Edited By Subhash Kapoor,Updated: 26 Feb, 2025 08:50 PM

जालंधर ग्रामीण पुलिस ने एक बड़े मामले को सुलझाते हुए कत्ल के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और गाँव चक्क देसराज में एक एनआरआई परिवार के विवाह समारोह में हुई गोलीबारी में इस्तेमाल किया गया रिवॉल्वर बरामद कर लिया है।
जालंधर : जालंधर ग्रामीण पुलिस ने एक बड़े मामले को सुलझाते हुए कत्ल के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और गाँव चक्क देसराज में एक एनआरआई परिवार के विवाह समारोह में हुई गोलीबारी में इस्तेमाल किया गया रिवॉल्वर बरामद कर लिया है। कत्ल के आरोप में पकड़े गए व्यक्ति की पहचान हरीमन सिंह उर्फ़ हरमन पुत्र अरविंदर सिंह उर्फ़ बिट्टू निवासी गाँव गोराया के रूप में हुई है। पुलिस जांच में पता चला है किआरोपी ने जश्न के दौरान तीन गोलियाँ चलाईं, जिनमें से पहली गोली सीधे महिला सरपंच के पति परमजीत सिंह को लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जालंधर एस.एस.पी. देहात हरकमल प्रीत सिंह खख ने जानकारी देते हुए बताया कि डीएसपी फिल्लौर सरवन सिंह बल्ल की निगरानी में सब-इंस्पेक्टर गुरशरण सिंह और गोराया थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस मामले को सुलझाया है। 22 फरवरी को एएसआई सुभाष कुमार, इंचार्ज पुलिस चौकी धुलेटा को 17 फरवरी को हुई गोलीबारी की घटना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी कि रात 10:00 बजे, गाँव चक्क देसराज में एक एनआरआई परिवार के विवाह समारोह के दौरान आरोपी ने सरकारी प्रतिबंधों की पूरी तरह अनदेखी करते हुए कई गोलियाँ चलाईं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आरोपी ने घटना से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे किए, जो वीडियो में कैद हो गए थे और बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। प्रतिबंधों के बावजूद, आरोपी ने लापरवाही से गोलीबारी कर समारोह में मौजूद कई मेहमानों की जान खतरे में डाल दी।
एसएसपी खख ने बताया कि आगे की जांच में पाँच लोगों द्वारा मौत के असली कारण को छिपाने की साजिश का खुलासा हुआ। इन व्यक्तियों ने अनिवार्य पोस्टमार्टम जांच कराए बिना मृतक के शव का अंतिम संस्कार करके जानबूझकर सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की। इन पाँचों की पहचान गाँव चक्क देस राज से रछपाल सिंह (एनआरआई), सुखजीत सहोता और भुपिंदर सिंह, गाँव लाडिया से सतिंदर सिंह और वर्तमान में अमेरिका में रह रहे मखन सिंह के रूप में हुई है। इस मामले में थाना गोराया में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को 25 फरवरी 2025 को गिरफ्तार किया गया था और आगे की जांच के लिए फिल्लौर के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पुलिस रिमांड के लिए पेश किया गया है और इस मामले में शामिल सभी साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस पूरी गंभीरता से काम कर रही है।