Edited By Vatika,Updated: 04 Jun, 2024 06:52 PM
फरीदकोट सीट से आजाद उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा ने आप उम्मीदवार करमजीत अनमोल को बड़ी लीड से हरा दिया है।
पंजाब डेस्कः फरीदकोट सीट से आजाद उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा ने आप उम्मीदवार करमजीत अनमोल को बड़ी लीड से हरा दिया है। सरबजीत सिंह खालसा ने पहले रुझान से लेकर अंतिम रुझान तक लीड पर रहकर करमजीत अनमोल को पछाड़ा। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि सरबजीत सिंह खालसा कौन हैं? तो आइए जानते है सरबजीत सिंह खालसा के बारे में -
विवादों में रहा सरबजीत सिंह खालसा का इतिहास
सरबजीत सिंह खालसा साल 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी का मुद्दा उठाने के कारण सुर्खियों में आए थे। दरअसल, फरीदकोट 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना का केंद्र थी, जो जिले के गांव बरगाड़ी में हुई थी। सरबजीत इस लिए भी विवादों में है क्योंकि वह पूर्व प्रधानमंत्री इंंदिरा गांधी के कत्ल में शामिल बेअंत सिंह के बेटे है।
आखिर क्यों लड़ा फरीदकोट से चुनाव?
सरबजीत सिंह खालसा ने फरीदकोट से चुनाव लड़ने का फैसला इसलिए किया क्योंकि वह 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान का मुद्दा उठाना चाहता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि पहले चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं थी लेकिन सिख संगत मेरे पास आई और मुझसे चुनाव लड़ने के लिए कहा। लोग मुझे और मेरे परिवार को 1984 से जानते हैं और सिख समुदाय में शहीद का दर्जा एक मशहूर हस्ती से कहीं ऊंचा है। वहीं किसानों द्वारा भी भरपुर समर्थन मिला। सरबजीत ने कहा कि जब गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान का मामला सामने आया, तब पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की सरकार थी। पिछले साल दिसंबर में अपने कार्यकाल के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार करने में विफल रहने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। सरबजीत का कहना है कि फरीदकोट में नशाखोरी, बेरोजगारी और खराब शिक्षा सुविधाओं सहित कई अन्य मुद्दे हैं, जिन्हें सरकार ने नजरअंदाज कर दिया है, जिसे आगे होकर उठाया जाएगा।