Edited By Vatika,Updated: 05 Mar, 2025 04:27 PM
पंजाब डेस्कः बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल, यात्रा को लेकर डेट जारी हो गई है। जी हां, अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, जो 9 अगस्त तक चलेगी। उक्त फैसला श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की बैठक में लिया गया है।
लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने आज राजभवन में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 48वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज, डी.सी. रैना, कैलाश मेहरा साधु, के.एन. राय, पितांबर लाल गुप्ता, डॉ. शैलेश रैना और प्रोफेसर विश्वमूर्ति शास्त्री, जो कि श्राइन बोर्ड के सदस्य हैं, उपस्थित रहे। बोर्ड ने भक्तों के लिए सुविधाओं और सेवाओं में और सुधार लाने हेतु विभिन्न उपायों और हस्तक्षेपों का प्रस्ताव रखा।
बता दें कि इस वर्ष श्री अमरनाथ जी यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है और अनंतनाग जिले में पहलगाम मार्ग तथा गांदरबल जिले में बालटाल मार्ग से एक साथ संचालित की जाएगी। यह यात्रा 9 अगस्त, 2025 को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी।
बैठक में श्री अमरनाथ जी यात्रा-2025 में तीर्थयात्रियों की संभावित रूप से बढ़ी हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए बैठक में जम्मू, श्रीनगर और अन्य स्थानों पर आवासीय क्षमता में वृद्धि के उपायों पर चर्चा की गई। इसके अलावा यात्रियों के लिए ई-केवाईसी, आरएफआईडी कार्ड जारी करने तथा तत्काल पंजीकरण की सुविधा जम्मू, श्रीनगर, नौगांव और कटरा रेलवे स्टेशनों सहित विभिन्न स्थानों पर संचालित करने पर विचार किया गया। यह भी चर्चा की गई कि इन सुविधाओं को बालटाल, पहलगाम, नुनवन, पंथा चौक श्रीनगर और अन्य आवश्यक स्थानों पर भी बढ़ाया जाना चाहिए।

विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए, लेफ्टिनेंट गवर्नर ने यात्रा मार्ग में पर्याप्त व्यवस्थाएं और आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने पंथा चौक, श्रीनगर में स्थित यात्री निवास की क्षमता बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में चल रही विभिन्न परियोजनाओं, यात्रा संबंधी जानकारी के प्रसार, यात्रियों, सेवा प्रदाताओं और घोड़ों के लिए बीमा कवरेज, श्राइन बोर्ड द्वारा ऑनलाइन सेवाओं के विस्तार, यात्रा मार्गों के चौड़ीकरण और रखरखाव, पवित्र गुफा और निचली पवित्र गुफा क्षेत्र में भीड़-नियंत्रण उपायों, आपदा तैयारी और शमन उपायों, हेलीकॉप्टर सेवाओं की पर्याप्त उपलब्धता, चिकित्सा सुविधाओं, मौसम पूर्वानुमान प्रणाली, सुरक्षा निगरानी और सेवाओं के लिए डिजिटल प्री-पेड प्रणाली जैसी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डॉ. मंदीप के. भंडारी ने यात्रा की तैयारियों को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
बैठक में मुख्य सचिव अतल डुल्लू, जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शलीन काबरा, डीजीपी नलिन प्रभात, प्रमुख सचिव गृह चंद्राकर भारती, विभिन्न प्रशासनिक सचिव, जम्मू और कश्मीर के संभागीय आयुक्त, गांदरबल और अनंतनाग के उपायुक्त, एसएएसबी के अतिरिक्त सीईओ और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन तथा श्राइन बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी व्यक्तिगत रूप से और वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।
अमरनाथ गुफा तक बनेगा रोपवे
बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने पवित्र श्री अमरनाथ गुफा तक बालटाल से रोपवे बनाने की योजना बनाई है। यह परियोजना देशभर में 18 धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर रोपवे निर्माण के व्यापक कार्यक्रम का हिस्सा है। वर्तमान में श्रद्धालु 38 किलोमीटर के पहलगाम मार्ग या 13 किलोमीटर के कठिन बालटाल मार्ग से पैदल यात्रा कर भगवान शिव के पवित्र हिमलिंग के दर्शन करते हैं। लेकिन रोपवे बनने से यात्रा अधिक सुगम हो जाएगी और श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ सकती है। 11.6 कि.मी. लम्बा होगा रोपवे: अधिकारियों के अनुसार प्रस्तावित रोपवे करीब 11.6 किलोमीटर लम्बा होगा, जो सरकार की 18 योजनाओं में सबसे बड़ा होगा। यह ट्रैकिंग, हेलीकॉप्टर, खच्चर और पालकी जैसी पारंपरिक व्यवस्थाओं का किफायती और सुविधाजनक विकल्प होगा।

इससे यात्रा का समय भी काफी कम हो जाएगा। यह रोपवे खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों को आरामदायक यात्रा का विकल्प देगा। साथ ही श्रद्धालु हिमालय के अद्भुत नजारों का भी आनंद ले सकेंगे। सूत्रों के अनुसार सरकार ने इस योजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) तैयार करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। रिपोर्ट तैयार होने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस पहल से न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम होगी बल्कि कश्मीर में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।