Edited By Kalash,Updated: 02 Jul, 2025 03:55 PM

रजवाहे के पास एक झोपड़ी में रहने वाली ढाई साल की बच्ची अचानक इस खुले रजवाहे में गिर गई। र
बरनाला (विवेक सिंधवानी, रवि): बरनाला जिले के संगहेड़ा तर्कशील चौक बाईपास के पास से गुजर रहे एक खुले रजवाहे (छोटी नहर) में गिरने से ढाई साल की मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई है। इस घटना ने एक बार फिर आबादी वाले इलाकों से गुजरने वाले खुले रजवाहों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह दुखद घटना बीते दिन ठीकरीवाला चौक (नूर अस्पताल) के पास बुलेट मोटरसाइकिल एजेंसी के पास हुई। यहां रजवाहे के पास एक झोपड़ी में रहने वाली ढाई साल की बच्ची अचानक इस खुले रजवाहे में गिर गई। रजवाहे में पानी का बहाव तेज होने के कारण बच्ची डूब गई और पानी के तेज बहाव के साथ बहती हुई एस.एस.डी. कॉलेज के सामने तक पहुंच गई।
राहगीर ने देखा, पर बचाई न जा सकी जान
यहां जब किसी राहगीर की नज़र इस बच्ची पर पड़ी तो उसने तुरंत बच्ची को पानी में से बाहर निकाला। बच्ची को बिना किसी देरी के पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन अफसोस, डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है। मृतक बच्ची का परिवार इस खुले रजवाहे के बिल्कुल पास एक झोपड़ी में रहता था।
सुरक्षा की कमी बनी जानलेवा
यहां यह उल्लेखनीय है कि संगहेड़ा से बाजाखाना टी-पॉइंट तक गुजरने वाला यह रजवाहा आबादी वाले हिस्से में रेलिंग न होने के कारण छोटे बच्चों और जानवरों के लिए लगातार जानलेवा बना हुआ है। स्थानीय लोगों द्वारा लंबे समय से इस रजवाहे की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है।
पुरानी मांग की हुई अनदेखी
गौरतलब है कि पिछले समय के दौरान जब यह रजवाहा पक्का किया जा रहा था, तो संगहेड़ा और बरनाला के स्थानीय लोगों ने प्रशासन और संबंधित विभाग से स्पष्ट मांग की थी कि संगहेड़ा गांव से लेकर बाजाखाना टी-पॉइंट तक इस रजवाहे को ऊपर से ढका जाए या यहां भूमिगत पाइपें डाली जाएं। परंतु उस समय इस मांग को अनसुना कर दिया गया और रजवाहे को पहले की तरह ही खुला पक्का कर दिया गया।
बढ़ता पानी का स्तर, बढ़ता खतरा
अब जब भगवंत मान सरकार द्वारा किसानों को टेल (नहर के अंतिम छोर) तक पानी पहुंचाने की मंशा से रजवाहों में लगातार अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है, तो आबादी में से गुजरता यह खुला रजवाहा और भी खतरनाक हो गया है। रोजाना कोई न कोई जानवर या बच्चा इस खुले रजवाहे में गिर रहा है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है।
स्थानीय लोगों द्वारा फिर से रेलिंग लगाने की मांग
इस दुखद घटना के बाद गांव संगहेड़ा और बरनाला के स्थानीय लोगों ने एक बार फिर सरकार और बरनाला प्रशासन से पुरजोर मांग की है कि जिस तरह रजवाहे के सड़क वाले किनारे पर रेलिंग लगाई गई है, उसी तरह ही दूसरे आबादी वाले किनारे पर भी तुरंत रेलिंग लगाई जाए। इससे रजवाहे में बच्चों और जानवरों के गिरने की घटनाओं को रोका जा सकेगा और ऐसे दुखद हादसे दोबारा होने से बच सकेंगे। लोगों ने प्रशासन से इस मामले पर तुरंत ध्यान देने की अपील की है ताकि भविष्य में किसी और मासूम की जान न जाए।
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