Edited By Kamini,Updated: 16 Aug, 2023 05:14 PM

डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि पिछले 2-3 दिनों से हो रही बारिश के कारण पौंग बांध के जलग्रहण क्षेत्र में पानी काफी ऊपर पहुंच गया है, जिसके चलते पोंग बांध से धीरे-धीरे पानी छोड़ा जा रहा है।
होशियारपुर (घुम्मन) : डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि पिछले 2-3 दिनों से हो रही बारिश के कारण पौंग बांध के जलग्रहण क्षेत्र में पानी काफी ऊपर पहुंच गया है, जिसके चलते पोंग बांध से धीरे-धीरे पानी छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में पौंग बांध से और पानी छोड़ा जा सकता है, इसलिए ब्यास नदी के किनारे के गांवों को खाली कराकर सुरक्षित गांवों में भेजा जा रहा है। वह आज मुकेरियां के महताबपुर, मंझपुर, लाडपुर, सिंबली, नौशेरा और टांडा गांव के दौरे के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे। मिआनी गांव के दौरे के दौरान विधायक जसवीर सिंह राजा गिल भी उनके साथ मौजूद थे।
इस बीच, डी.सी. कोमल मित्तल और एस.एस.पी. सरताज सिंह चाहल ने ट्रैक्टर पर बैठकर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जिले में पहुंच गई हैं, जिनके द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। आज बाढ़ प्रभावित गांवों से 600 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। ब्यास नदी के किनारे बसे गांवों तक पानी पहुंच गया है और एसडीआरएफ, एनडीआरएफ तथा एनजीओ बाबा दीप सिंह सेवा दल गढ़दीवाला के सहयोग से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने पानी से प्रभावित गांवों के लोगों से गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों और जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत कैंपों सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल भंगाला, गुरुद्वारा अटल्लगढ़ जानें की अपील की है। जिला प्रशासन जिलेवासियों की जान-माल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर अथवा जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर बनाए गए बाढ़ नियंत्रण नंबरों पर संपर्क करें। जिला प्रशासन की टीमें 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं और लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

डी.सी. ने कहा कि जिला प्रशासन अब टीमें गठित कर प्रभावित इलाकों में राहत कार्य चला रहा है। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम स्थापित कर लोगों की हर समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन ने प्रभावित गांवों में जेसीबी मशीनें, ट्रैक्टर-ट्रॉली, मेडिकल टीमें तैनात की हैं। उन्होंने जिले के निवासियों से सावधानी बरतने की अपील की और उन्हें बांधों, नदियों, नहरों, खड्डों और निचले इलाकों से दूर रहने को कहा। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांव मुकेरियां पट्टी नवां घर राहत कैंप सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरियाणा, गांव बेला सरियाणा, पट्टी रामनगर और तलवाड़ा राहत शिविर सरकारी हाई स्कूल गेरा, गांव मोतला, मेहताबपुर, हलेड़ जनार्दन, कोलियां, हलेड़ा दलपत का राहत कैंप सामुदायिक भवन हरसे मानसर में एक राहत शिविर स्थापित किया गया है।

डी.सी. कोमल मित्तल ने बताया कि जिले में बाढ़ से निपटने के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जो सातों दिन 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष जिला प्रशासनिक परिसर में उपायुक्त कार्यालय, कमरा नंबर 138 में बनाया गया है और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम का टेलीफोन नंबर 01882-220412 है। तहसील स्तर पर भी बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, जिनमें तहसील होशियारपुर का कंट्रोल रूम तहसील कार्यालय होशियारपुर में स्थापित किया गया है, जिसका टैलीफोव नंबर 01882-244175 है, तहसील गढ़शंकर का कंट्रोल रूम बनाया गया है। तहसील कार्यालय गढ़शंकर में स्थापित किया गया है जिसका नंबर 01884-282026, तहसील दसूहा का कंट्रोल रूम तहसील कार्यालय दसूहा बनाया गया है, जिसका नंबर 01883-506268 है और तहसील मुकेरियां का कंट्रोल रूम तहसील कार्यालय मुकेरियां बनाया गया है, जिसका नंबर 01883-244310 है।
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