Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 02:35 AM
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने किसान के टै्रक्टर कमर्शियल व्हीकल घोषित करने को लेकर आज यहां केन्द्र व पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को मांगपत्र सौंप कर इस किसान विरोधी फैसले को वापस...
लुधियाना(सलूजा): भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने किसान के टै्रक्टर कमर्शियल व्हीकल घोषित करने को लेकर आज यहां केन्द्र व पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की।
जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को मांगपत्र सौंप कर इस किसान विरोधी फैसले को वापस लेने की पुरजोर मांग की गई। यूनियन के महासचिव हरिंद्र सिंह लखोवाल व जिला प्रधान चरण सिंह हांस ने रोष प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार के इस फैसले से ट्रैक्टर मालिक किसान को 30 हजार रुपए प्रतिवर्ष का अधिक आर्थिक बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब का किसान तो पहले ही खुदकुशियों के रास्ते पर निकला हुआ है।
प्रदर्शनकारियों में ये रहे शामिल
रोष प्रदर्शन में गुरविंद्र सिंह कूमकलां, परमिंद्रपाल सिंह पाल माजरा, रणधीर सिंह धनानसू, शेर सिंह मुशकाबाद, हरबंस सिंह देहड़का, सौदागर सिंह चक्कर, अजायब सिंह रूपापत्ती, मोहन सिंह नूरपुरा, तरलोचन सिंह नूरपुरा, जसवंत सिंह बीजा, हरविंद्र सिंह भामियां, गुरचरण सिंह हवास व इंद्रजीत सिंह सुधार आदि शामिल हुए।
ये रखी गई मांगें
-गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2450 रुपए घोषित किया जाए।
-देश के बड़े उद्योगपतियों व व्यापारियों की तरह किसानों के कर्जों को एन.पी.ए. ऐलान करके राहत दी जाए।
-2 लाख रुपए के कर्ज माफी का लाभ अधिक से अधिक किसानों को दिया जाए।
-गन्ना उत्पादकों का पिछला बकाया बिना किसी देरी के रिलीज किया जाए।
-वसूले जा रहे गाय टैक्स का प्रयोग आवारा पशुओं की संभाल पर खर्च किया जाए।