Edited By Tania pathak,Updated: 26 Mar, 2021 10:33 AM
शिरोमणि अकाली दल के तीन वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेसी नेताओं द्वारा बार-बार कैप्टन अमरिंदर सिंह की तुलना गुरु साहिबान से करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
चंडीगढ़ (अश्वनी) : शिरोमणि अकाली दल के तीन वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेसी नेताओं द्वारा बार-बार कैप्टन अमरिंदर सिंह की तुलना गुरु साहिबान से करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। शिअद नेताओं ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वह सचमुच सिख इतिहास, सिख परंपराओं, सिख धार्मिक भावनाओं तथा सिख मर्यादा के बारे में अवगत नहीं हैं? यदि वह खालसा पंथ की महान परंपराओं तथा अद्भुत इतिहास के बारे अवगत हैं तो फिर वह अपने पार्टी नेताओं के मुंह से अपनी बराबरी महान गुरु साहिबान के साथ क्यों करवा रहे हैं? उन्होंने अति संवेदनशील मामले पर आखिर चुप्पी क्यों साध रखी है?
अकाली नेता ने पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तथा कैप्टन सरकार में उनके वरिष्ठ साथी सुखजिंद्र सिंह रंधावा तथा अब भोआ से कांग्रेसी विधायक जोगिन्दर पाल द्वारा कैप्टन अमरिंदर की तुलना महान गुरु नानक देव जी महाराज के साथ करने को निंदनीय करार दिया।
शिअद नेताओं ने कहा कि विधायक पाल ने एक बातचीत के दौरान कै. अमरेंद्र सिंह की तारीफ करते हुए हद पार कर दी और उन्होंने मुख्यमंत्री अमरिंदर को ‘पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी महाराज की तरह दिल का सच्चा इंसान’ ही कह दिया। अकाली नेताओं ने कहा कि कैप्टन की तरफ से तुरंत कार्रवाई न होने की सूरत में वह इस मामले को धार्मिक स्तर पर उठाएंगे।
अकाली नेता बलविंद्र सिंह भूंदड़, जत्थेदार तोता सिंह तथा जत्थेदार महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या बतौर सिख वह यह नहीं जानते कि सिख इतिहास तथा सिख परंपराओं से वाकिफ कोई भी मनुष्य कभी भी अपनी तुलना महान गुरु के साथ करने या किसी और के मुंह से करवाने के बारे सोच भी नहीं सकता। ऐसी तुलना करना या करवाना या अपनी तुलना गुरु साहिबान के साथ सुनकर चुप रहना तथा ऐतराज न करना-यह सब कुछ सिख मर्यादा अनुसार बड़ा पाप है।
ये कोई पहला मौका नहीं
अकाली नेताओं ने कहा कि यह पहला अवसर नहीं है जब कैप्टन अमरिंदर ने सिख मान मर्यादा तथा महान गुरु साहिबान के प्रति इतनी लापरवाही दिखाई है। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर एक सार्वजनिक अवसर पर पवित्र गुरबानी को हाथ में लेकर, दशमेश पिता जी के साथ संबंधित श्री दमदमा साहिब को हाजिर नाजिर जानते हुए दशमेश पिता के चरणों की झूठी शपथ खा चुके हैं। उन्हें लगता है कि क्योंकि उनका वह झूठ चल गया था तथा किसी ने अभी तक उनको कोई सजा नहीं दी, इसलिए वह अपनी तुलना महान गुरु साहिब के साथ करवा सकते हैं तथा इससे किसी सिख की धार्मिक भावना को कोई ठेस नहीं पहुंचेगी। अकाली नेताओं ने मांग की कि मुख्यमंत्री इसके लिए तुरंत सिख समुदाय से माफी मांगे तथा दोषी नेताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें नहीं तो वह खालसा पंथ का सामना करने के लिए तैयार रहें।