Edited By Kamini,Updated: 14 Nov, 2024 02:59 PM
पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) के नेतृत्व में शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) पंजाब के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है।
पंजाब डेस्क : पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) के नेतृत्व में शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) पंजाब के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। सड़क सुरक्षा फोर्स के तहत दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले कई अनमोल लोगों की जान बचाई जा रही है। 8 महीनों में पंजाब में हादसों से होने वाली मौतों की संख्या में 45.55 फीसदी की कमी आई है।
इस संबंध में CM Mann ने ट्वीट भी किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने अपने नागरिकों के लिए 'सड़क सुरक्षा फोर्स' (SSF) बनाई है, जो उनकी कीमती जान बचाने में कारगर साबित हो रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सिर्फ 8 महीनों में पंजाब में हाईवे पर हादसों के कारण होने वाली मौतों की संख्या में 45.55 फीसदी की कमी आई है। राज्य के लोगों का जीवन हमारे लिए बहुत कीमती है। उनकी जान-माल की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है, जिसे हम पूरी लगन से निभा रहे हैं।'
हर 30 किलोमीटर पर वाहनों की तैनाती
गौरतलब है कि पंजाब सरकार की तरफ से सड़क सुरक्षा फोर्स के तहत नए शामिल किए गए वाहन एक उन्नत मोबाइल नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (MNVRS), चार कैमरे - 2 बाहरी और 2 आंतरिक और एक वाहन स्थान ट्रैकिंग सिस्टम (VLTS) से लैस हैं। इन बोलेरो वाहनों में स्थापित एडवांस मोबाइल सर्वीलांस सिस्टम औद्योगिक-ग्रेड मानकों के अनुरूप मजबूत है और अलर्ट के साथ वास्तविक समय की निगरानी और साक्ष्य एकत्र करने के लिए चलती वाहन में वीडियो रिकॉर्ड कर सकती है। वहीं, सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) के गठन के बाद सड़कों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ गई है। हर 30 किमी पर एक वाहन खड़ा रहता है और गाड़ी में 3 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। अगर कोई सड़क दुर्घटना होती है तो वे घायल व्यक्ति की मदद करते हैं और क्षतिग्रस्त वाहन को तुरंत सड़क से हटाते हैं। पंजाब सरकार ने वैज्ञानिक तरीके से सड़कों का निरीक्षण करने के बाद इस फोर्स को क्रियाशील किया है।
SSF से कैसे संपर्क करें
सड़क सुरक्षा फोर्स गठित करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है। अब अगर 30 किमी के दायरे में सड़क पर कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जानकारी तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर मिलेगी। 112 पर दी जा सकती है। जैसे ही सूचना कंट्रोल रूम में बैठे कर्मियों तक पहुंचेगी, वे आपकी मदद के लिए हाईटेक गाड़ी भेज देंगे। इसकी कार्यशैली के बारे में बताया जा रहा है कि यह फोर्स लोगों की कीमती जान बचाने के साथ-साथ यातायात को सुचारू बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है। इस ताकत की बदौलत अब तक हजारों कीमती जिंदगियां बचाई जा चुकी हैं।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here