Edited By swetha,Updated: 28 Apr, 2020 11:57 AM
लुधियाना और आसपास के इलाकों में चली तेज हवाओं के साथ सोमवार को 3.4 मिलिमीटर बारिश होने से मौसम का मिजाज तो बदल गया परन्तु गेहूं की कटाई करने वाले किसानों और मंडियों में फसल लेकर आ रहे किसानों को मुसीबत में डाल दिया।
लुधियाना(सलूजा): लुधियाना और आसपास के इलाकों में चली तेज हवाओं के साथ सोमवार को 3.4 मिलिमीटर बारिश होने से मौसम का मिजाज तो बदल गया परन्तु गेहूं की कटाई करने वाले किसानों और मंडियों में फसल लेकर आ रहे किसानों को मुसीबत में डाल दिया। लुधियाना में अधिकतम तापमान 29.4 और कम से कम 20.6 डिग्री सैल्सियस रहा। सुबह के समय हवा में नमी की मात्रा 72 और शाम को 52 प्रतिशत रिकार्ड की गई।
भारतीय किसान यूनियन कादियां के प्रधान हरमीत सिंह कादियां ने कहा कि इस समय किसानों को कोरोना के साथ कुदरती मार भी झेलनी पड़ रही है। पंजाब सरकार ने भी किसानों पर कई तरह की पाबंदियां लगाईं हुई हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों को कम से -कम इकट्ठी 3 ट्रालियां मंडी में लाने की मंजूरी दी जाए।
उन्होंने कहा कि जो गेहूं की फसल पहले से मंडियों में पड़ी है, वह उठाई नहीं जा रही, न ही नए के पास सरकार की तरफ से जारी किए जा रहे हैं। इस कारण किसान अपनी फसल को बेचने से असमर्थ हैं। बारदाने की कमी के कारण फसल की संभाल भी नहीं हो रही। प्रधान हरमीत सिंह कादियां ने कहा कि सरकारी प्रबंधों की कमी के कारण जिन किसानों की गेहूं की फसल मंडियों में भीग गई है, उसमें नमी की मात्रा सरकार को कम कर देनी चाहिए, जिससे किसानों को आर्थिक पक्ष से नुक्सान न सहना पड़े। सरकार को चाहिए कि जिन किसानों का बारिश कारण नुक्सान हो गया है। उन को मुआवजा दिया जाए।