Edited By Vatika,Updated: 26 Feb, 2025 03:19 PM
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पंजाबी भाषा विवाद पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE)का बड़ा बयान सामने आया है।
पंजाब डेस्कः पंजाबी भाषा विवाद पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE)का बड़ा बयान सामने आया है। CBSE अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह सूची केवल सांकेतिक है और कोई भी विषय हटाया नहीं जाएगा।
CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने स्पष्ट किया कि मौजूदा विषयों की सूची में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, "ड्राफ्ट नीति में दी गई सूची केवल सांकेतिक है। वर्तमान में उपलब्ध सभी विषय पहले की तरह जारी रहेंगे और दोनों चरणों की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे।"
पंजाब सरकार ने जताई थी आपत्ति
बता दें कि इससे पहले सीबीएसई के ड्राफ्ट नियमों में पंजाबी भाषा का उल्लेख न होने पर पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस शिरोमणि अकाली दल ने इस नीती पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पंजाबी भाषा को हटाने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी। बैंस ने एक वीडियो सांझा करते हुए कहा, "हम सीबीएसई की नई परीक्षा प्रणाली का सख्त विरोध करते हैं, जो पंजाबी को हटाने का प्रयास कर रही है। पंजाब में पंजाबी को मुख्य भाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए और इसे पूरे देश में एक क्षेत्रीय भाषा के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए, क्योंकि इसे कई राज्यों में बोला और पढ़ा जाता है। पंजाबी भाषा पर कोई हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"