Edited By Vatika,Updated: 07 Sep, 2018 01:39 PM
स्थानीय सरकार के मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा पिछली अकाली-भाजपा सरकार को कोटकपूरा में इकट्ठ दौरान स्थिति को संभालने के मामले में आरोपी करार दिए जाने को शिरोमणि अकाली दल ने ‘मौकापरस्त एवं घटिया सियासत’ का उदाहरण करार दिया है।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): स्थानीय सरकार के मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा पिछली अकाली-भाजपा सरकार को कोटकपूरा में इकट्ठ दौरान स्थिति को संभालने के मामले में आरोपी करार दिए जाने को शिरोमणि अकाली दल ने ‘मौकापरस्त एवं घटिया सियासत’ का उदाहरण करार दिया है।
पार्टी ने सिद्धू को उस द्वारा लगाए झूठे एवं मनघड़ंत आरोपों को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनके आरोपों में थोड़ी-सी भी सच्चाई है तो वह कार्रवाई करें। सिद्धू द्वारा मचाए जा रहे शोर पर टिप्पणी करते हुए पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सिद्धू कुछ ऐसा साबित करने की कोशिश कर रहें हैं, जिसका जिक्र रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट में भी नहीं है। रिपोर्ट में 50 नंबर पेज पर खास तौर पर जिक्र किया गया है कि उस समय के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने फरीदकोट जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि कोटकपूरा में हुए इकट्ठ दौरान पैदा हुई किसी भी स्थिति से बेहद संवेदनशीलता के साथ निपटा जाए तथा इसको शांतमयी ढंग से हल किया जाए।
उन्होंने कहा कि रणजीत सिंह कमीशन रिपोर्ट में बादल के खिलाफ एक भी शब्द न होने के बावजूद सिद्धू उनके खिलाफ झूठे एवं मनघड़ंत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि ए.टी.आर. में भी बादल के खिलाफ कोई बात नहीं है। क्या सिद्धू ने कोई अलग जांच की है? अगर उनके पास पिछली सरकार के खिलाफ कोई सबूत थे तो उन्होंने विधानसभा में क्यों नहीं पेश किए? क्या उन्होंने असैम्बली को गुमराह किया है? उनको यह स्पष्ट करना चाहिए।