Edited By Kalash,Updated: 12 Mar, 2022 01:49 PM
किसान नेता और संयुक्त समाज मोर्चा के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल को विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा
समराला: दिल्ली में किसान मोर्चे में हिस्सा लेने वाले बलबीर सिंह राजेवाल ने किसानों के हकों को मुख्य रखते राजनीति में आने का फैसला किया था। इसलिए उन्होंने संयुक्त समाज मोर्चा के नाम की एक पार्टी बनाई और 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था। राजनीति के शुरुआती दिनों में संयुक्त समाज मोर्चा के ‘आप’ के साथ गठजोड होने की खबरें भी आई पर बलबीर राजेवाल बिना गठजोड से अपनी अलग पार्टी बना कर चयन मैदान में उतरे। 2022 में नई पार्टी संयुक्त समाज मोर्चा द्वारा बलबीर राजेवाल को अपने मुख्य चेहरे के तौर पर खड़ा किया गया था पर उन्हें ‘आप’ के जगतार सिंह दयालपुर की तरफ से कड़ा मुकाबला मिला और राजेवाल को हार का सामना करना पड़ा। किसान नेता और संयुक्त समाज मोर्चा के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल को विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। संयुक्त समाज मोर्चे के सी.एम. फेस अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए उन्हें सिर्फ 4600 वोटें मिली।
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संयुक्त समाज मोर्चा की तरफ से राजेवाल को मुख्यमंत्री का चेहरा भी ऐलान किया गया था। जगतार सिंह दयालपुरा ने राजेवाल को 28 हजार से अधिक वोटों के फर्क के साथ हराया। पंजाब के चुनावी नतीजों के बाद संयुक्त समाज मोर्चा के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने अपनी पहली प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए कहा कि राज्य के लोगों की तरफ से दिए फतवे को वह कबूल करते हैं और पंजाब के लोगों की लड़ाई पहले की तरह ही जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि समाज मोर्चा राज्य की गंदी राजनीति को साफ करने के लिए ही मैदान में उतरा था और उनके उम्मीदवारों को अनेकों मुश्किलों में से गुजरना पड़ा पर फिर भी पंजाब के मसलों को लेकर शुरू की गई मुहिम से पीछे नहीं हटा जाएगा। गौरतलब है कि राजेवाल और उनकी पार्टी का एक भी उम्मीदवार जीत प्राप्त करने में सफल नहीं हो सका।
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