Edited By Tania pathak,Updated: 26 Dec, 2020 10:46 AM

सुखबीर सिंह (52) अपनी पत्नी के साथ 26 नवंबर को दिल्ली में किसान आंदोलन में शामिल हुआ था। 17 दिन वहां रहने पर बीमार पड़ गया।
संगरूर (हनी): केंद्र सरकार के काले कानूनों खिलाफ किसानों के दिल्ली में चल रहे मोर्चे दरमियान एक ओर मन्दभागी ख़बर आई है। दिल्ली मोर्चो में डटे संगरूर के किसान की धरने से लौटने बाद में दिमाग़ की नाड़ी फटने कारण मौत हो गई।
जानकारी मुताबिक गांव गोबिन्दपुरा नागरी का किसान सुखबीर सिंह (52) अपनी पत्नी के साथ 26 नवंबर को दिल्ली में किसान आंदोलन में शामिल हुआ था। 17 दिन वहां रहने पर बीमार पड़ गया।
इस कारण उसे वापस गांव भेज दिया गया। 2 दिन दवा लेने के बाद जब वह ठीक न हुआ तो 14 दिसंबर को उसे सिविल अस्पताल संगरूर में दाख़िल करवाया गया, जहां उसके दिमाग़ की नाड़ी फट गई, जिसके बाद उसे पी. जी. आई. रैफर कर दिया गया। यहां उसकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई, जिस दौरान उसकी मौत हो गई।
दिल्ली संघर्ष दौरान लगी बीमारी कारण किसान की मौत होने पर यूनियन की तरफ से उस का अंतिम संस्कार करने से इंकार किया गया था और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की गई थी, जिस के बाद शुक्रवार को पीड़ित परिवार को पंजाब सरकार की तरफ से 5 लाख रुपए का चैक सौंपा गया, जिस के बाद अब शनिवार को मृतक किसान का अंतिम संस्कार किया जाएगा।