Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 04:10 PM
बिगड़ते ट्रैफिक सिस्टम में सुधार लाने के लिए शहर के हर सिग्रल पर 3 तरह के कैमरे फिट किए जाएंगे। इस योजना में शहर....
जालंधर: बिगड़ते ट्रैफिक सिस्टम में सुधार लाने के लिए शहर के हर सिग्रल पर 3 तरह के कैमरे फिट किए जाएंगे। इस योजना में शहर के सभी चौक लगभग 600 कैमरों से लैस रहेंगे। जो रेड लाइट जंप करने तथा किसी अपराध को अंजाम देकर शहर में खुलेआम घूमने वालों को कैप्चर करेंगे।दूसरी तरफ इससे पहले भी सिटी में पूर्व पुलिस कमिश्रर और मौजूदा आईजी अर्पित शुक्ला ने अपराध पर नकेल कसने के लिए आंखे प्रोजैक्ट शुरू किया था। यह प्रोजैक्ट कुछ देर तो चला लेकिन बाद में कैमरों के डाटा की तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया। अब भाई दित्त सिंह नगर, खिंगरां गेट समेत कई जगह कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन आसपास के दुकानदारों का कहना है कि कोई इन्हें देखने नहीं आता।
चोरी छिपे नजर रखने के लिए खुफिया ढंग से रहेगी नजर: एसीपी
एसपी ट्रैफिक हरविंदर सिंह भल्ला ने कहा कि बहुत जल्द कैमरे शहर के चौराहों में लगा दिए जाएंगे। इसका ठेका ग्रांट थॉर्नटन कंपनी को दे दिया गया है। शहर के 28 चौराहों के हर सिग्रल पर कैमरे लगेंगे। बाकी जो बचेंगे वो खुफिया जगह लगाए जाएंगे। इसका सबसे अधिक फायदा क्रिमिनल प्रवृत्ति के लोगों को पकडऩे में मिलेगा।
सर्वे के बाद खर्च करेंगे 90 करोड़: एसई
नगर निगम के एसई कुलविंदर सिंह ने कहा कि प्रोजैक्ट की लागत 90 करोड़ रुपए है। फिलहाल पुलिस की ओर से उन्हें 60 कैमरों की प्रपोजल भेजी गई है, लेकिन एक बार निगम की टीम सर्वे करेगी। देखा जाएगा कि इतने कैमरों की जरूरत भी है या नहीं। सर्वे पूरा होने के बाद इन पर काम की शुरूआत होगी। कैमरों का खर्च काफी अधिक है, पूरी वेरीफिकेशन करेंगे।
फेस ट्रेस करके क्रिमिनल पकडऩे में मिलेगी मदद
पेन टिल लोकेशन फेस पीटीएल कैमरा सबसे अहम है। ये सिग्रल के चारों तरफ घूमता रहेगा। जो आपराधिक छवि वाले लोगों पर नजर रखेगा। इन कैमरों में सेंसर के जरिए अपराधी की तस्वीर उसमें डाली जाएगी। सेंसर उसी तस्वीर को कैप्चर करेगा। उसे पहचानने के तुरंत बाद इसका सिग्रल कंट्रोल रूम में जाएगा, जिससे भगौड़े अपराधी पकडऩे आसान होंगे। रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरा गाड़ी के लाल बत्ती क्रास करते ही काम शुरू करेगा। इसके वर्किंग में आते ही दूसरा कैमरा रेडी हो जाएगा। ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रेकोग्रेशन कैमरा गाड़ी की नंबर प्लेट पर फोकस कर तस्वीर कैप्चर करेगा। ड्राइवर के घर का पता लगा कर चालान भेजा जाएगा।