Edited By Vatika,Updated: 23 Oct, 2018 02:17 PM
पराली जलाने से प्रदूषित हो रहे वातावरण को गंभीरता से लेते हुए ग्रीन इंडिया फाऊंडैशन ने पहलकदमी की है। इस संस्था ने पंजाब के संगरूर के बाद अब लुधियाना जिले से संबंधित 2 गांवों को अडॉप्ट करने का फैसला लिया है।
लुधियाना (सलूजा) : पराली जलाने से प्रदूषित हो रहे वातावरण को गंभीरता से लेते हुए ग्रीन इंडिया फाऊंडैशन ने पहलकदमी की है। इस संस्था ने पंजाब के संगरूर के बाद अब लुधियाना जिले से संबंधित 2 गांवों को अडॉप्ट करने का फैसला लिया है।
फाऊंडेशन के सदस्य विशाल कुमार ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि संस्था के वालंटियर्ज अभिषेक वर्मा, अमल चौधरी व दिपांशू सिंघाल ने पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना के करनवीर सिंह संधू, परमिंदर गुजर, राजा, जगबीर सिंह गिल, पवन कंबोज, गुरजोत बराड़ और लवप्रीत सिंह के साथ मिलकर ऐसे कई किसानों की मिसाले दीं, जो पराली को न जला कर खेतो में ही बहा देते है और हर फसल का उत्पादन पहले से भी बेहतर पाते है।
इन नौजवानों ने बताया कि यदि हम इसी तरह पराली को जलाते रहे तों फिर आने वाले समय में न तों कोई मनुष्य व न ही कोई पशु सांस ले पाएगा। आज जरूरत इस बात है कि हम सभी वातावरण को स्व‘छ बनाने में अपना बनता योगदान देने के लिए आगे आए। जो भी किसान पराली को जलाने का प्रयास करता है, उसको ऐसा करने से रोके और समझाए कि वह हैप्पी सीडर समेत आधुनिक तकनीक के माध्यम से पराली का उचित इस्तेमाल करे। विशाल ने बताया कि आने वाले समय में इस मुहिम को पंजाब के अन्य गांवों में भी लेकर जाएंगे ताकि किसान पराली जलाने की आदत को हमेशा के लिए ही अलविदा कह दें।