Edited By Vatika,Updated: 12 Dec, 2019 11:41 AM
जानलेवा हमला करने के मामले में हाईकार्ट से जमानत मिलने पर दूसरे पक्ष से मिल रही धमकियों से डरे हुए हैबोवाल के रहने वाले 19 साल के युवक अक्षय
लुधियाना(गौतम): जानलेवा हमला करने के मामले में हाईकार्ट से जमानत मिलने पर दूसरे पक्ष से मिल रही धमकियों से डरे हुए हैबोवाल के रहने वाले 19 साल के युवक अक्षय कुमार ने मंगलवार को देर रात को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड करने से पहले अक्षय ने अपने परिवार के लोगों को सारी बात भी बता दी थी।
घटना का पता चलने पर थाना हैबोवाल की पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौका मुआयना करते हुए पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर बुधवार को पोस्टमार्टम करवाकर लाश परिजनों के हवाले कर दी। पुलिस ने गोपाल नगर हैबोवाल निवासी सुरेश पाल के बयान पर शैंकी, सन्नी पब्बी, रोशन पाला व राकेश कुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। इंसाफ की मांग को लेकर मरने वाले युवक के परिवार के लोगों ने पुलिस स्टेशन के बाहर धरना लगाकर रोष जताया। उनकी मांग थी कि पहले भी दूसरे पक्ष के लोगों ने उनके बेटे को जानलेवा हमला करने के आरोप में झूठे मामले में फंसा दिया जबकि वारदात के समय उनका बेटा मौके पर नहीं था जिस पर उन्होंने अपने बेटे की हाईकार्ट से जमानत करवा ली। उसके बाद भी उक्त आरोपी अपनी राजनीतिक पहुंच की धमकियां देकर उसके बेटे को परेशान करते रहते थे। कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने लाश का अतिम संस्कार कर दिया। उन्होंने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
पुलिस को दिए बयान में मृतक के पिता सुरेश पाल ने बताया कि उसके 4 बेटे व 4 बेटियां हैं। अक्षय सबसे छोटा था। वह लेबर का काम करता था। उसके बेटे अक्षय के खिलाफ 2 सितम्बर को थाना हैबोवाल में जान लेवा हमला करने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था जबकि उसका बेटा बेकसूर था। उसने 26 नवम्बर को अपने बेटे की हाईकार्ट से अंतरिम जमानत करवा ली थी। उक्त आरोपी ही इस मामले की पैरवी कर रहे थे। जब उन्हें पता चला कि अक्षय की हाईकोर्ट से जमानत हो गई है तो उन्होंने उसके बेटे को जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दीं। पिछले 3 दिन से उसका बेटा काफी परेशान था। जब उससे परेशानी का कारण पूछा तो उसने सारी बात बता दी जिस पर उसे हौसला देते हुए पुलिस को शिकायत करने की बात कही। घटना से कुछ समय पहले उसका बेटा परिवार के साथ बैठा था और बाद में वह तीसरी मंजिल पर बने कमरे में यह कह कर चला गया कि कुछ काम के लिए जा रहा है। जब काफी समय तक वह वापस नहीं आया तो वह उसे देखने के लिए कमरे में गया तो उसकी लाश पंखे की हुक से लटक रही थी। उसने चादर का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। उसे उसी समय अस्पताल लेकर गए, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।