Edited By Sunita sarangal,Updated: 13 Sep, 2019 10:58 AM
गांव हरियों कलां और आस-पास के इलाकों में बेसहारा पशु आम ही घूमते रहते हैं, जिनके द्वारा अक्सर लोगों पर हमले करने आम बात हो गई है।
खन्ना(कमल): गांव हरियों कलां और आस-पास के इलाकों में बेसहारा पशु आम ही घूमते रहते हैं, जिनके द्वारा अक्सर लोगों पर हमले करने आम बात हो गई है। गांव निवासियों ने बताया कि बेसहारा सांड और गऊंए लोगों की फसलों उजाड़ते हैं, जबकि राज्य सरकार गऊ सैस के रूप में पंजाब निवासियों से टैक्स वसूल रही है, परंतु इनको काबू करने का कोई प्रबंध नहीं किया जा रहा है।
ललहेड़ी रोड सड़क पर रात के समय सांडों का पूरा झुंड ही बैठा रहता है, जिस कारण राहगीरों का गुजरना भारी मुश्किल हो गया है और बेसहारा पशुओं द्वारा राहगीरों पर अनेकों बार हमले भी हो चुके हैं। इस संबंधित गांव हरियों कलां के निवासी नाजर सिंह ने बताया कि सुबह के समय पर सब्जी मंडी जाते समय साइकिल और रिक्शा चालक बेसहारा पशुओं के हमलों का शिकार हो जाते हैं। इस मौके डा. राम सिंह ढिल्लों ने कहा कि हरियों कलां की गलियों में भी बेसहारा पशु लोगों की जान का खतरा बन चुके हैं।
गांव के पूर्व सरपंच खुशवंत सिंह मांगट, एडवोकेट गुरबीर सिंह सेखों, अमरजीत सिंह भट्टी ने सब डिवीजन खन्ना के एस.डी.एम. से मांग की कि गांव हरियों कलां में घूमते बेसहारा पशुओं को काबू करके लोगों में इनके कारण फैली दहशत से निजात दिलाई जाए।