Edited By Vatika,Updated: 19 Sep, 2018 01:15 PM
जालंधर पुलिस की लापरवाही ने पुलिस के उच्चाधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 15 दिनों के दौरान ही जिले में 4 ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमें सीधे तौर पर अपराधियों ने पुलिस को ही निशाना बनाया है।
जालंधर (बुलंद): जालंधर पुलिस की लापरवाही ने पुलिस के उच्चाधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 15 दिनों के दौरान ही जिले में 4 ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमें सीधे तौर पर अपराधियों ने पुलिस को ही निशाना बनाया है।
पहली घटना दोमोरिया पुल के पास हुई जिसमें एक अवैध लाटरी व सट्टेबाजी का धंधा चलाने वाले व्यक्ति ने थाना नंबर-3 के एक ए.एस.आई. राम सिंह पर ड्यूटी के दौरान हमला किया था जिसमें उक्त कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गया था पर इसके बावजूद आज तक पुलिस हमलावर लाटरी संचालक को पकड़ नहीं पाई।दूसरी घटना थाना बस्ती बावा खेल के थाना प्रभारी के साथ हुई जिसमें कुछ लोगों ने थाना प्रभारी पर कार चढ़ा कर उसे घायल कर दिया। इसमें थाना प्रभारी ने नाके के दौरान उक्त लोगों को चैकिंग के लिए रोकने की कोशिश की थी।
तीसरी घटना से तो सारा पंजाब ही दहल गया था जिसमें थाना मकसूदां में 4 बम फैंके गए। थाने के सी.सी.टी.वी. खराब होने के कारण आज तक अपराधियों का कोई पता नहीं चल सका। हैरानी है कि पुलिस अधिकारी प्रैस नोट जारी करके शराब ठेकेदारों, इंटरनैट कैफे, होटलों व रेस्तरां संचालकों को सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने के निर्देश देते रहते हैं पर अपने थानों के सी.सी.टी.वी. ठीक करवाने की ओर ध्यान नहीं देते। चौथी घटना में लुटेरों ने गत दिवस ए.आई.जी. सरीन कुमार की माता की गला दबा कर हत्या कर दी। दकोहा में हुई इस वारदात से सारे शहर में दहशत का माहौल व्याप्त रहा। इन बड़ी 4 घटनाओं से जिले के लोगों में चर्चा छिड़ गई है कि जो पुलिस अपनी सुरक्षा नहीं कर पा रही वह आम जनता की सुरक्षा कैसे करेगी। वहीं दूसरी ओर जालंधर में लगातार हुए पुलिस पर हमलों से पुलिस के उच्चाधिकारियों में भी ङ्क्षचता बढ़ी है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में जालंधर पुलिस में फेर-बदल भी दिखाई दे सकते हैं।