Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Mar, 2018 08:43 AM
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट बेहद तंगी के हालातों से गुजर रहा है जिसके चलते कर्मचारियों को तनख्वाह तक देने में कई बार देरी हो रही है लेकिन इसके बावजूद ट्रस्ट द्वारा बिना वजह के कामों में लाखों रुपए बर्बाद किए जा रहे हैं और अधिकारी आंखें मूंदे बैठे...
जालंधर (पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट बेहद तंगी के हालातों से गुजर रहा है जिसके चलते कर्मचारियों को तनख्वाह तक देने में कई बार देरी हो रही है लेकिन इसके बावजूद ट्रस्ट द्वारा बिना वजह के कामों में लाखों रुपए बर्बाद किए जा रहे हैं और अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। ट्रस्ट दफ्तर की पहली मंजिल पर कमरे में बिना जरूरत के केबिन बनाया जा रहा है जिस पर लाखों रुपए खर्च आ रहा है। केबिन बनाने के लिए दफ्तर में लगे पंखे तक उतार दिए गए हैं। इस कमरे में ट्रस्ट के जे.ई. राजकुमार को बैठना है। इसके अलावा फोटोस्टेट मशीन व कम्प्यूटर को भी ठीक करवाया जा रहा है। इन सारे कामों के लिए 2 लाख के करीब खर्च आएगा जिसके लिए प्राइवेट आदमी को ठेका दिया गया है। जे.ई. राजकुमार का कहना है कि उसके आने से पहले का यह ऑर्डर दिया गया है।
113 करोड़ के लोन का ब्याज देने को राशि नहीं
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने 94.97 एकड़ सूर्या एन्क्लेव एक्सटैंशन के लिए 175 करोड़ रुपए का लोन लिया था जिसे इतने वर्षों में भी ट्रस्ट चुका नहीं पाया है और मौजूदा समय में 113करोड़ के करीब का लोन बकाया है। आलम यह है कि ट्रस्ट के पास लोन की राशि का ब्याज अदा करने के लिए पैसे नहीं है जिसके चलते ब्याज पर भी ब्याज लग रहा है।
दोबारा नीलामी करवाने की तैयारी
कंगाली के हालात में ट्रस्ट द्वारा पिछले दिनों अपनी सम्पत्ति की नीलामी करवाई गई थी जोकि फ्लाप शो साबित हुई थी। 100 करोड़ के करीब की जायदादों में ट्रस्ट की मात्र & जायदादें 95 लाख के करीब ही बिक पाई थीं। इससे ट्रस्ट को मौके पर मात्र 9 लाख रुपए ही मिल पाए थे जबकि बाकी की राशि के लिए सरकार से मंजूरी मिलने के बाद 1 माह का समय लग सकता है, क्योंकि नियम के मुताबिक मौके पर 10 प्रतिशत राशि जमा होती है।