Edited By Vatika,Updated: 18 Jul, 2019 11:48 AM

सीवरेज बोर्ड द्वारा सीवर की ठीक ढंग से सफाई न होने के कारण शहर में हुई अधिक बारिश के बाद पानी की निकासी का काम कछुआ चाल से हो रहा है। शहर में हर तरफ पानी-पानी हो चुका है।
अबोहर: सीवरेज बोर्ड द्वारा सीवर की ठीक ढंग से सफाई न होने के कारण शहर में हुई अधिक बारिश के बाद पानी की निकासी का काम कछुआ चाल से हो रहा है। शहर में हर तरफ पानी-पानी हो चुका है। बाजार नं. 9 घंटाघर में दुकानों में पानी घुस गया। सभी दुकानदार परेशान हैं।
इसी तरह घंटाघर की बिल्डिंग अंग्रेजों के समय की बनी हुई है उस पर पीपल का पेड लगने के कारण दरारें पड़ चुकी हैं। किसी भी वक्त घंटाघर गिरने का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि घंटाघर की देखरेख करे और उस पीपल की तरफ ध्यान करे अगर ध्यान नहीं किया गया तो अंग्रेजों के समय बनी हुई बिल्डिंग गिर सकती है।वहीं मानसून की पहली वर्षा मंगलवार देर रात 2 बजे शुरू हुई जो सुबह 6.30 बजे तक रुक-रुककर होती रही। 5 घंटे की बरसात ने पूरे शहर को पानी-पानी कर दिया। इसके साथ ही नगर कौंसिल और सीवरेज बोर्ड के दावों की जमकर पोल खुली। नगर परिषद व सीवरेज बोर्ड की कार्यप्रणाली पर शहर की सड़कें भी कीचड़ उछालने से पीछे नहीं हटीं, वहीं आमजन निकासी प्रबंधों को कोसता नजर आया। बारिश के कारण पूरे शहर में 3 से 4 फुट तक पानी भर गया।
इसके साथ ही पूरे शहर में गली-मोहल्लों तक घर-घर पानी घुस गया। शहर में सुबह के समय हालात ऐसे बन गए कि लोग अपने ही घर में फंसकर रह गए। पूरे शहर में पानी भरने से कार्य पर जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मानसून की पहली बारिश से अबोहर शहर का बाजार नंबर 4, बाजार नंबर 9, बाजार नंबर 11, बाजार नंबर 12, लक्कडु मंडी, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन को जाने वाला मार्ग, सरकारी अस्पताल, तहसील परिसर, मलोट रोड, फाजिल्का रोड, सर्कुलर रोड, नई आबादी, ठाकर आबादी, आर्य नगर, नानक नगरी, गोबिंद नगरी, सिद्धू नगर, सुंदर नगरी, न्यु सूरज नगरी, जम्मू बस्ती, कॉलेज रोड, हनुमानगढ़ रोड सहित शहर के सभी निचले इलाकों में बारिश का पानी देखने को मिला।
यहां पर बताने योग्य है कि शहर में बारिश से पहले भी कई मोहल्लों में सीवरेज का गंदा पानी खड़ा रहता है जिसमें से मोहल्ला वासियों को गुजरना पड़ता है लेकिन सीवरेज बोर्ड और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। मोहल्ला वासियों द्वारा कई बार सीवरेज बोर्ड और प्रशासनिक अधिकारियों को इस समस्या के बाबत मांग पत्र लिखकर देख लिए और धरने लगाकर रोष प्रदर्शन भी करके देख लिए लेकिन फिर भी पता नहीं क्यों प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। अगर अबोहर शहर के हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले दिनों में शहरवासी प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाने के लिए मजबूर होंगे। इधर, सीवरेज बोर्ड की मानें तो बाजार में बारिश के समय फॉल्ट आने के कारण बिजली व्यवस्था ठप्प हो गई थी जिस कारण उनके पास डिस्पोजल का काम धीमी गति से चल रहा है क्योंकि शहर में लाइट न होने के कारण पानी निकालने के लिए लगाई गई मोटरें बंद पड़ी हैं। उनमें से एक मोटर को जैनरेटर के सहयोग से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे ही शहर में लाइट आएगी तो वह डिस्पोजल के लिए सभी मोटरें चला देंगे और करीब 3-4 घंटों में शहर से पूरा पानी निकाल दिया जाएगा।