Edited By Vatika,Updated: 14 Aug, 2018 11:18 AM
पंजाब में बेअदबी मामलों की जांच को लेकर डी.आर्इ.जी. रणबीर सिंह खटड़ा के नेतृत्व में गठित विशेष जांच टीम की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी से पहले साल 2015 में डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों ने संत बलजीत सिंह दादूवाल को...
चंडीगढ़ः पंजाब में बेअदबी मामलों की जांच को लेकर डी.आर्इ.जी. रणबीर सिंह खटड़ा के नेतृत्व में गठित विशेष जांच टीम की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी से पहले साल 2015 में डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों ने संत बलजीत सिंह दादूवाल को मारने की साजिश रची थी। इस संबंधित गठित जस्टिस रणजीत सिंह कमिशन को विशेष जांच टीम जून में अपनी रिपोर्ट सौच चुकी है।
गत दिवस विपक्ष के पूर्व नेता सुखपाल खैहरा ने मीडिया को विशेष जांच टीम की रिपोर्ट की कॉपियां भी सौंपी। उन्होंने मांग की कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की भूमिका की जांच होनी चाहिए। रिपोर्ट मुताबिक इस साजिश के पीछे मोहिंद्र पाल बिट्टू का हाथ था, जो कि डेरे की 45 संसदीय कमेटी का मैंबर था।
कटड़पंथी सिख उस दौरान डेरे के समागम नहीं होने दे रहे थ। इसके विरोध में डेरे के मैंबर हर्ष धूरी, प्रदीप कलेर और संदीप बरेटा ने मोहिंद्र पाल बिट्टू से चर्चा की कि उन्हें दादूवाल पर हमला करना चाहिए। वह डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ विरोध में सबसे आगे रहते थे पर आखिर में इस चर्चा पर सहमती नहीं बन सकी तो इसे खारिज कर दिया गया।