Edited By Radhika Salwan,Updated: 18 Jun, 2024 12:43 PM
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के अधीक्षक को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद रेलवे सुरक्षा बल आरपीएफ और जीआरपी ने सख्ती कर दी है।
पंजाब डेस्क: चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के अधीक्षक को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद रेलवे सुरक्षा बल आरपीएफ और जीआरपी ने सख्ती कर दी है। इसके तहत चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से जम्मू-कश्मीर जाने वाले पार्सल और ट्रेनों की जांच की जा रही है। इसके साथ ही स्टेशन कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों का डेटा भी आरपीएफ द्वारा मांगा जा रहा है, वहीं सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने का आदेश दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरपी एफ और जीआरपी ने सभी ठेकेदारों को अपने कर्मचारियों के पुलिस वेरिफिकेशन और डेटा जमा कराने के लिए 10 दिन का समय दिया है।
इसके साथ ही ऑटो और टैक्सी चालकों को भी आदेश जारी किया गया है। इस संबंध में आरपीएफ अधिकारी का कहना है कि कुछ ठेकेदारों की ओर से भी डेटा जमा किया गया है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर वॉशिंग लाइन, पार्सल, स्टेशन की सफाई, बिजली विभाग समेत कई विभागों में कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं। धमकी भरा पत्र मिलने के बाद इन सभी कर्मचारियों का डेटा मांगा गया है। इतना ही नहीं रेलवे स्टेशन के टी-स्टॉल पर काम करने वाले वेंडरों से भी डेटा मांगा गया है। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि स्टेशन पर पूरी सतर्कता के साथ काम किया जा रहा है।
आरपीएफ की तरफ से पार्सल मास्टर को आदेश दिया गया है कि वह पार्सल बुक करने वाले लोगों पर नजर रखें, यानी जो व्यापारी या कोई भी व्यक्ति जम्मू-कश्मीर के लिए सामान बुक करता है, उसका डेटा जांच के लिए लिया जाए। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और पंजाब जाने वाली सभी ट्रेनों की स्टेशन से डॉग स्क्वायड द्वारा जांच की जा रही है। आरपीएफ के बाद जीआर पी ने भी तैयारी कर ली है, जिसके तहत चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले ऑटो और टैक्सी चालकों से पुलिस वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट मांगा गया है। जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर 500 से ज्यादा ऑटो रिक्शा चालक हैं। इसलिए इनका डेटा इकट्ठा करना जरूरी है।