Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Mar, 2018 01:28 PM
पंजाब विधानसभा में बजट सैशन के दूसरे दिन गवर्नर के भाषण पर बहस की गई।
चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा में बजट सैशन के दूसरे दिन राज्यपाल के भाषण पर बहस की गई। इस दौरान विधायकों ने सरकार से पंजाब के मुद्दों पर सवाल किए। आप के विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल खैहरा ने कैप्टन से पूछा कि विभिन्न विभागों पर खाली पड़े पद कब भरे जाएंगे और एस.एस.बोर्ड कब बनाया जाएगा। कैप्टन ने सुखपाल खैहरा को जवाब दिया कि सरकार की आर्थिक हालत बारे खैहरा जानते हैं और हम जल्दी ही ये पद भरेंगे। खैहरा ने कहा कि यदि आर्थिक हालात बुरे हैं तो फिर नौकरी मेलों का क्या मतलब, इस पर कैप्टन ने खैहरा को जवाब देते कहा कि 'लिटल नौलज इज ए डेंजरस थिंग'। कैप्टन ने कहा कि हम हजारों नौकरियां दे चुके है, जिस बारे सुखपाल खैहरा नहीं जानते।
आप का सदन से वॉकआउट
इसके बाद आप विधायक किसानों की आत्महत्या के मामले पर बहस करने लगे जिसके बाद सदन में हंगामा हो गया और आप विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसी दौरान लोक इंसाफ पार्टी प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस ने सदन में बीएसी रिपोर्ट की कॉपी फाड़ वेल में उछाल दी। नेता विपक्ष सुखपाल खैहरा ने आवारा पशु और आवारा कुत्तों के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाए और कहा पंजाब में हर साल सड़क दुर्घटना में 6 हजार मौतें होती हैं। उधर, सुखपाल खैहरा के सवाल का नवजोत सिद्धू ने जवाब देते कहा कि करीब 4 हजार एकड़ गोचरण जमीन पर अवैध कब्जा है। जमीन कब्जा मुक्त होने के बाद ही समस्या का समाधान हो पाएगा।
इसी तरह अकाली विधायकों को पंजाब विधानसभा के मेन गेट से सदन के अंदर जाने से रोका गया जिसका विरोध जताते पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर ढींडसा ने सदन में सवाल पूछा जिसपर जवाब देते स्पीकर ने कहा, अकाली सरकार के दौरान कांग्रेस विधायकों के साथ भी ऐसा होता था। सदन में सुखपाल खैहरा, सिमरजीत मान और पवन कुमार टीनू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की रिपोर्ट पेश की गई
विधानसभा में गूंजा भगत सिंह को शहीद का दर्जा देने का मुद्दा
विधान सभा में स.भगत सिंह का मुद्दा भी गूंजा, जिस के बाद सिमरजीत बैंस ने उन्हें शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की। बैंस ने भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए सरकार को सवाल किया कि क्या सरकार की कोई ऐसी तजवीज है, जिस में वह भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजेंगे। इस पर निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू ने जवाब दिया कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती परन्तु फिर भी वह उनकी सलाह पर गौर करेंगे। उन्होंने कहा कि भगत सिंह जी अपने आप में एक संस्था हैं। उन्होंने कहा कि हम खटकड़ कलां समारोह पर तीन करोड़ रुपए खर्च चुके हैं और इस के अलावा 15 करोड़ रुपया हुसैनीवाला बार्डर के लिए भी केंद्र से मांगा है।
शगुन स्कीम को लेकर धर्मसोत व मजीठिया में टकराव
वहीं पूर्व राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने शगुन स्कीम सम्बन्धित भलाई मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को घेर लिया। उन्होंने धर्मसोत से पूछा कि वह बताएं कि कांग्रेस सरकार ने अब तक शगुन स्कीम (आशीर्वाद) की कितनी राशि जारी की है, जिस पर धर्मसोत ने जवाब दिया कि 1-7-2017 से 21,000 रुपए प्रति लाभपातरी यह वित्तीय सहायता दी जाती है। इसके बाद मजीठिया ने सवाल किया कि अमृतसर के अलग -अलग विकास ब्लाकों में इस समय दौरान लाभपात्ररियों को इस स्कीम अधीन कुल कितनी रकम ब्लाक वाइज बांटी गई है तो धर्मसोत ने जवाब देते कहा कि सभी ब्लाकों में मार्च, 2017 तक सभी मामलों को रकम बांटी गई है और अप्रैल, 2017 से दिसंबर, 2017 तक के मामलों के लिए जल्दी ही रकम की अदायगी की जाएगी।