Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Feb, 2018 01:00 PM
ताजपुर रोड, केन्द्रीय जेल के अंदर 2 बंदी गुटों के बीच खूनी टकराव हो गया। सायं सवा 5 बजे जेल के अंदर मेन कंट्रोल रूम पर 2 ग्रुपों के बंदी वहां खड़े थे जिनकी आपस में किसी बात को लेकर तकरार हो गई और दोनों गुटों के बंदी आपस में बुरी तरह उलझ गए। दोनों...
लुधियाना(स्याल): ताजपुर रोड, केन्द्रीय जेल के अंदर 2 बंदी गुटों के बीच खूनी टकराव हो गया। सायं सवा 5 बजे जेल के अंदर मेन कंट्रोल रूम पर 2 ग्रुपों के बंदी वहां खड़े थे जिनकी आपस में किसी बात को लेकर तकरार हो गई और दोनों गुटों के बंदी आपस में बुरी तरह उलझ गए। दोनों गुटों के बंदियों ने एक दूसरे पर घातक हथियारों का खुलकर इस्तेमाल किया।
इसके चलते एक ग्रुप के मंजीत सिंह के सिर व रवि कुमार की गर्दन पर तथा लवप्रीत के नाक पर गहरी चोटें आई। इसके चलते जेल के अंदर स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि जेल हूटर का इस्तेमाल करना पड़ा और मेन कंट्रोल रूम पर भारी पुलिस गार्द एकत्रित हो गई जिसने स्थिति को काबू में किया।गंभीर रूप से घायल बंदियों को जेल अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने घायलों की हालत को देखते हुए उन्हें सिविल अस्पताल रैफर कर दिया। पुलिस गार्द लगने के उपरांत भारी सुरक्षा के बीच रात्रि 8.30 के लगभग घायल बंदियों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।
सिविल अस्पताल पहुंचे बंदी मंजीत सिंह ने बताया कि उनका एक साथी बैरक की गिनती कटवाने के लिए पर्ची लेकर जा रहा था और दूसरे गुट के बंदियों ने उस पर हमला कर दिया। जब हम बीच में बचाव करने पहुंचे तो हमें भी बुरी तरह से तीखे लोहे के हथियार से मार कर घायल कर दिया। उधर, दूसरे गुट के बंदियों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा कि उक्त गुट ने हमारे साथियों पर हमला कर घायल किया है।इस संबंध में जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट मंजीत सिंह टिवाणा ने बताया कि मेन कंट्रोल पर दोनों गुटों के बीच हुई खूनी टकराव की जांच की जा रही है और जेल प्रशासन द्वारा मामला पुलिस को भी भेजा गया है। मैडीकल रिपोर्ट आने के उपरांत बनती कार्रवाई की जाएगी। टिवाणा ने कहा कि जे ल के अन्दर किसी प्रकार के घातक हथियारंों का इस्तेमाल नहीं हुआ। लेकिन फिर भी जेल प्रशासन इस की गहराई से जांच कर रहा है।