Edited By Updated: 28 May, 2016 11:41 AM
सोशल मीडिया का आतंकियों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है।
जालन्धर (धवन): सोशल मीडिया का आतंकियों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है। इसका खुलासा नवांशहर में गिरफ्तार किए गए बब्बर खालसा के आतंकी अरविंद्र सिंह ने पुलिस के सामने किया है। बब्बर खालसा आतंकी ने पुलिस अधिकारियों को बताया है कि वह नकली नाम से फेसबुक चला रहा था, जिसमें वह आतंकियों की तस्वीरें डाला करता था। अब सवाल यह खड़ा होता है कि अगर वह फेसबुक पर आतंकियों की तस्वीरें डाल रहा था तो फिर सुरक्षा एजैंसियों ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। इंटैलीजैंस विंग शांत क्यों रहा।
नकली नाम से फेसबुक चलाने के पीछे अरविंद्र सिंह का मकसद नए नौजवानों को गुमराह करके आतंकवाद के रास्ते पर धकेलना था। बब्बर खालसा आतंकी ने मिट्ठा सिंह नाम से फेसबुक खोली हुई थी। वह नवांशहर के निकट पड़ते गांव पलिया खुर्द में फरवरी महीने में आया था। उसके निशाने पर कई अति विशिष्ट व्यक्ति थे।
इंटैलीजैंस एजैंसियां अब उससे पूछताछ कर रही हैं कि वह किस तरह नौजवानों की भर्ती करके उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर धकेलना चाहता था। इंटैलीजैंस एजैंसियों ने यह खुलासा भी किया है कि अरविंद्र ने पाकिस्तान में बब्बर खालसा प्रमुख वधावा सिंह से भी मुलाकात की थी।
वह हाल ही में कतर में पड़ते दोहा से भारत में प्रविष्ट हुआ था। उसे बम चलाने का भी प्रशिक्षण प्राप्त था। इंटैलीजैंस अधिकारियों का मानना है कि यूरोप व अन्य देशों में बैठे आतंकियों द्वारा सोशल मीडिया का प्रयोग करके खालिस्तानी विचारधारा का प्रसार किया जा रहा है। इस पर नियंत्रण पाना राज्य पुलिस व इंटैलीजैंस विंग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।सोशल मीडिया का प्रयोग विदेशों में बसे नौजवानों द्वारा बड़े पैमाने पर किया जाता है, इसीलिए आतंकी संगठनों ने सोशल मीडिया पर खालिस्तानी विचारधारा की प्रचार सामग्री डाल कर नौजवानों की नई भर्ती करने की तरफ ध्यान दिया हुआ है।