Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Sep, 2017 01:53 AM
अटारी-वाघा तथा हुसैनीवाला स्थित भारत-पाक बार्डर पर रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए रोजाना आ रहे दर्शकों द्वारा अब विशिष्ट ....
जालंधर(धवन): अटारी-वाघा तथा हुसैनीवाला स्थित भारत-पाक बार्डर पर रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए रोजाना आ रहे दर्शकों द्वारा अब विशिष्ट शपथ भी ली जा रही है। ये दर्शक विभिन्न राज्यों से रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए आते हैं। दर्शकों द्वारा सीमा के निकट खड़े होकर शपथ ली जा रही है कि वे देश की प्रगति में बाधक तत्वों से देश को छुटकारा दिलवाएंगे। इन दर्शकों द्वारा ‘संकल्प से सिद्धि’ नामक शपथ ली जा रही है।
पहली शपथ 23 अगस्त को अटारी-वाघा ज्वाइंट चैक पोस्ट पर ली गई थी, जबकि 10 सितम्बर को ऐसी ही शपथ फिरोजपुर जिला में पड़ते हुसैनीवाला बार्डर पर ली गई। अटारी बार्डर पर उस दिन 15000 तथा हुसैनीवाला बार्डर पर 5000 लोग उपस्थित थे। दर्शकों ने भारत को आतंकवाद से मुक्त बनाने, साम्प्रदायिकता तथा गरीबी को खत्म करने की भी शपथ ली। लोग अब देश को स्वच्छ रखने की भी शपथ ले रहे हैं। बी.एस.एफ. पंजाब फ्रंटियर के इंस्पैक्टर जनरल मुकुल गोयल ने रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए आ रहे दर्शकों की सराहना करते हुए कहा कि ये दर्शक फोर्स का मनोबल बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि हम मिलकर चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
कुछ दर्शकों ने भी पिछले दिनों दोनों सीमाओं के निकट दिलवाई गई शपथ के अनुभव को सराहनीय बताया। दर्शकों ने कहा कि जब भारतीय सुरक्षा जवान रिट्रीट सैरेमनी के समय पाकिस्तानी जवानों की आंखों में आंखें डाल कर परेड में भाग लेते हैं तो दर्शकों का रोमांच चरम सीमा पर पहुंच जाता है। आधे घंटे के इस कार्यक्रम के दौरान दर्शक भी तालियां बजाकर अपने जवानों का मनोबल बढ़ाते हैं। अटारी-वाघा में भारतीय दर्शकों के लिए अब स्टेडियम बना हुआ है जहां पर 15000 लोगों को समायोजित किया जा सकता है। वाघा में विटिजर गैलरी 25 मीटर तक ऊंची है। रिट्रीट सैरेमनी शुरू होने से पहले महिलाओं तथा बच्चों द्वारा देशभक्ति के गीतों की धुन पर डांस भी किया जाता है।