Edited By Subhash Kapoor,Updated: 31 Mar, 2025 06:14 PM

स्थानीय सिविल अस्पताल में एक मरीज के परिवार से आप्रेशन करवाने के बदले में 5 हजार रुपए की रिश्वत लिए जाने का मामला सामने आया है।
अबोहर (सुनील भारद्वाज): स्थानीय सिविल अस्पताल में एक मरीज के परिवार से आप्रेशन करवाने के बदले में 5 हजार रुपए की रिश्वत लिए जाने का मामला सामने आया है। मरीज के परिजनों ने इसकी शिकायत आम आदमी पार्टी के हल्का इचांर्ज अरुण नारंग से की, जिस पर अरुण नारंग ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अरुण नारंग ने बताया कि सुभाष नामक व्यक्ति ने लिखित में शिकायत देकर उन्हें कथित रूप से बताया कि उसने अपनी मौसी का अस्पताल में पत्थरी का आप्रेशन करवाया तो आप्रेशन के बाद अस्पताल के कमरा नंबर 30 डा. स्वपनिल अरोड़ा के कमरे के बाहर खड़े एक राहुल नामक युवक ने उससे कथित रूप में 5 हजार रुपए रिश्वत के रुप में मांगें हैं जो कि सरासर गलत है क्योंकि अस्पताल में निशुल्क आप्रेशन करने के दावे किए जाते है लेकिन आप्रेशन करवाने के बाद उनसे रुपयों की मांग की गई है।
अरुण नारंग ने कहा कि पंजाब सरकार लोगों को बेहतर एवं निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए संकल्पबद्ध है और सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होनें बताया कि उनके पास लिखित में शिकायत आई है। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने उच्चाधिकरियों व विभागीय मंत्री को भेज दी है और इस रिश्वतखोरी की जांच करवाई जाएगी। अगर इसमें डाक्टर की भी सहभागिता पाई गई तो उस पर भी बनती कार्रवाई की जाएगी।
अरूण नारंग ने सिविल अस्पताल की प्रभारी व डाक्टरों को भी चेतावनी भरे स्वरों मे कहा कि इस दिशा में खास ध्यान दिया जाए। अगर कोई भी किसी गरीब से आप्रेशन या अन्य स्वास्थ्य सेवा के बदले में रुपए मांगता पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इस मामले में रिश्वत मांगने वाले युवक ने यह पैसा ऊपर देने की कथित बात कही है उसकी भी जांच करवाई जाएगी। इसके अलावा अरूण नारंग ने अस्पताल के बाहर बने निजी अस्पतालों के डाक्टरों को चेतावनी भरे शब्दों मे कहा कि जिन अस्पतालों के निजी कर्माचारी सिविल अस्पताल में आकर मरीजों को बहला फुसलाकर अपने अस्पतालों में ले जाते हैं इसकी भी जांच करवाकर वे कड़ी कार्रवाई करवाएंगें।