अकालियों को बहबलकलां पुलिस फायरिंग के लिए जिम्मेदार नेताओं के पुतले फूंकने चाहिए: जाखड़

Edited By swetha,Updated: 02 Sep, 2018 02:13 PM

sunil jakhar press conference

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट के बाद गठित की गई एस.आई.टी. बरगाड़ी कांड के लिए जिम्मेदार किसी भी नेता को बख्शने वाली नहीं है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए जाखड़ ने...

जालन्धर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट के बाद गठित की गई एस.आई.टी. बरगाड़ी कांड के लिए जिम्मेदार किसी भी नेता को बख्शने वाली नहीं है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए जाखड़ ने कहा कि बहबलकलां में हुई पुलिस फायरिंग के लिए पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अपने पुत्र सुखबीर बादल को बचाने में लगे हुए हैं। सुखबीर उस समय गृहमंत्री थे।

 उन्होंने कहा कि सुखबीर को बताना चाहिए कि बहबलकलां में पुलिस फायरिंग के आदेश किसने दिए थे। उन्होंने कहा कि जब तक संतोषजनक जवाब नहीं आता  तब तक जिम्मेदारी अकाली लीडरशिप पर रहेगी। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री के नाते सुखबीर ने तत्कालीन डी.जी.पी. सुमेध सिंह सैनी को क्या दिशा-निर्देश दिए इसकी जांच होनी चाहिए। अकाली दल द्वारा आज राज्य में सुनील जाखड़ के पुतले फूंकने संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अकालियों को उन नेताओं के पुतले फूंकने चाहिए, जिन्होंने बहबलकलां में पुलिस को निर्दोष सिख समुदाय पर फायरिंग करने के आदेश जारी किए थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने पहले ही साफ कह दिया है कि उनकी सरकार सियासी बदले की भावना से किसी को भी इस मामले में फंसाने की कोशिश नहीं करेगी। मौजूदा सरकार अपना ध्यान विकास पर केंद्रित करना चाहती है। 

जाखड़ ने कहा कि राज्य विधानसभा में भी अकाली लीडरशिप इस मुद्दे पर हुई बहस में भाग लेने से दौड़ गई। अब वरिष्ठ अकाली नेता पुतले फूंकने की राजनीति पर उतर आए हैं। सिख समुदाय के अंदर अकाली लीडरशिप के प्रति भारी रोष है। जस्टिस रंजीत सिंह आयोग ने कई ऐसे मुद्दे उठा दिए हैं जिस कारण लोग अब पूर्व गृहमंत्री सुखबीर को ‘सुखबीर सिंह इंसा’ कह कर पुकारने लगे हैं। जाखड़ ने कहा कि सुखबीर व अन्य अकाली नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि केंद्र में वाजपेयी सरकार के समय वे 1984 के दंगों के दोषियों को न्याय दिलाने में सफल क्यों नहीं हुए?

उन्होंने कहा कि बादलों ने हमेशा ही इस मुद्दे पर सियासी लाभ लेने की कोशिशें की हैं। जाखड़ ने आम आदमी पार्टी के नेता एच.एस. फूलका को सहनशीलता बरतने की नसीहत दी, क्योंकि फूलका ने कहा था कि पूर्व में गठित एस.आई.टी. कभी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। जाखड़ ने कहा कि एस.आई.टी. दोषियों को किसी भी हालत में बख्शने वाली नहीं है। बहबलकलां घटना में बादलों की भूमिका को उजागर करने के लिए जस्टिस रंजीत सिंह आयोग ने लोगों के सामने अपनी रिपोर्ट में काफी प्रकाश डाल दिया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की कापियां जल्द ही लोगों में वितरित की जाएंगी ताकि उन्हें बादलों के दोहरे चरित्र के बारे में जानकारी मिल सके। वहीं उन्होंने कहा कि पंथ की रक्षा न करने तथा गृह मंत्री के  तौर पर राज्य की सुरक्षा में असमर्थ रहने पर लोग सुखबीर पर सवाल उठाने लगे थे कि  सुखबीर सिंह बादल हैं या सुखबीर सिंह इंसा।  

एस.आई.टी. समयबद्ध रिपोर्ट सौंपेगी
जब उनसे पूछा गया कि एस.आई.टी. गठित होने के बाद वह कब तक अपनी रिपोर्ट दे देगी तो जाखड़ ने कहा कि एस.आई.टी. समय पर अपनी रिपोर्ट दे देगी। समयबद्ध ढंग से एस.आई.टी. को कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट को पंजाबी की सामान्य भाषा में अनुवादित कर लोगों में बांटा जाएगा जिससे लोगों को पता चल सके कि वास्तव में जस्टिस रंजीत सिंह ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है। उन्होंने कहा कि अब पंजाब सरकार सबसे पहले सी.बी.आई. को भेजे गए केस को वापस मंगवाएगी तथा उसके बाद अगली कार्रवाई शुरू होगी।  

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