Edited By swetha,Updated: 23 Jan, 2019 08:55 AM
पंजाब के जलस्रोत मंत्री सुखङ्क्षबद्र सिंह सरकारिया ने पंजाब भवन में डिप्टी कमिश्नरों के साथ बाढ़ रोकथाम संबंधी प्रबंधों का जायजा लेने के लिए समीक्षा मीटिंग की। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों से ड्रेनों की सफाई और बाढ़ रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों बाबत...
चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब के जलस्रोत मंत्री सुखबिंद्र सिंह सरकारिया ने पंजाब भवन में डिप्टी कमिश्नरों के साथ बाढ़ रोकथाम संबंधी प्रबंधों का जायजा लेने के लिए समीक्षा मीटिंग की। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों से ड्रेनों की सफाई और बाढ़ रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों बाबत जानकारी ली।
मंत्री ने कहा कि साल 2019 से पहले तक बाढ़ रोकथाम संबंधी प्रबंधों की समीक्षा मीटिंग अप्रैल-मई माह में होती थी। बाढ़ रोकथाम के लिए सरकार के पास कम समय होता था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र की हिदायतों पर अब बाढ़ रोकथाम संबंधी प्रबंधों की समीक्षा के लिए मीटिंग जनवरी-फरवरी माह में करनी शुरू की है जिससे संभावी बाढ़ के दिनों से पहले-पहले पूर्ण इंतजाम कर लिए जाएं। उन्होंने मुख्य सचिव और जलस्रोत विभाग के उच्च अधिकारियों को हिदायत की कि पुख्ता प्रबंध समय पर कर लिए जाएं, क्योंकि बारिश के सीजन में अभी काफी समय है।
इस मौके पर अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, लुधियाना, फिरोजपुर, होशियारपुर और पटियाला जिलों के डिप्टी कमिश्नरों ने कुछ जरूरी कामों के लिए फंडों को जल्द जारी करने बारे अवगत करवाया। बाकी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों ने भी अपने-अपने इलाकों में बाढ़ रोकथाम संबंधी प्रबंधों के लिए इस्तेमाल होने वाले फंडों की जानकारी दी। सरकारिया ने कहा कि वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री को जरूरी फंडों को समय पर जारी करने के लिए कहेंगे। इस मौके पर मुख्य सचिव करण अवतार सिंह, जलस्रोत विभाग के प्रमुख सचिव सर्बजीत सिंह और अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।