Edited By swetha,Updated: 25 Feb, 2019 11:08 AM
चंडीगढ़ लोकसभा संसदीय सीट की चुनावी जंग के लिए आम आदमी पार्टी ने रविवार को यहां पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में बिगुल बजा दिया।
चंडीगढ़ः चंडीगढ़ लोकसभा संसदीय सीट की चुनावी जंग के लिए आम आदमी पार्टी ने रविवार को यहां पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में बिगुल बजा दिया। पार्टी की तरफ से लोकसभा प्रत्याशी हरमोहन धवन के समर्थन में पहली बार बुलाई बड़े स्तर की रैली में भाजपा से खफा चल रहे वरिष्ठ और बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा और पंजाब ‘आप’ के प्रधान भगवंत मान ने शिरकत की। शत्रुघ्न सिन्हा ने ‘आप’ के साथ पहली बार मंच सांझा कर अपने 3 साथियों के सुर में सुर मिलाते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि मैं अक्सर सुनता रहता हूं कि इस बार शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी से टिकट नहीं मिलेगी। उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि अगर यह कहना ही है तो फिर यह भी कहने के लिए तैयार रहना चाहिए कि शत्रुघ्न सिन्हा आपसे टिकट लेंगे भी या नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे टिकट की कोई कमी नहीं है। मैं हमेशा मानता रहा हूं कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी होती है और पार्टी से बड़ा देश होता है और देश से बड़ा कुछ भी नहीं, मैंने जो भी बातें की हैं, वे जनता व देश के हित में की हैं। मैंने हर वर्ग के भले की बात की है चाहे कोई माने या न माने। शत्रुघ्न ने कहा कि मैं लोकशाही और तानाशाही में फर्क समझता हूं।
अगर अटल बिहारी वाजपेयी के समय में लोकशाही थी तो आज बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है कि एक माहौल जो दिख रहा है ऐसा प्रतीत होता है कि आज तानाशाही चल रही है। केजरीवाल की सराहना करते हुए शत्रुघ्न ने कहा कि वह केजरीवाल की बहुत इज्जत, कद्र करते हैं, आम आदमी पार्टी देश की आम जनता की पार्टी है, केजरीवाल जब-जब भी कहीं मुझे बुलाते हैं मैं वहां जाता हूं। शत्रुघ्न सिन्हा तो चिरपरिचित अंदाज में अपना फिल्मी डायलॉग ‘खामोश’ बीच-बीच में जनता के साथ बोलते पाए गए। रैली में भाजपा से पूर्व वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा नहीं पहुंचे, जबकि शत्रुघ्न सिन्हा के आने से पहले ही केजरीवाल अपना संबोधन पूरा कर लौट गए।