Edited By Subhash Kapoor,Updated: 25 May, 2025 08:43 PM

पंजाब के बाद अब यू.पी. में भी धर्म परिवर्तन के कई मामले सामने आ रहे हैं।
पंजाब डैस्क : पंजाब के बाद अब यू.पी. में भी धर्म परिवर्तन के कई मामले सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यू.पी. के पीलीभीत में कई सिख परिवारों का धर्म परिवर्तन करवा उन्हें ईसाई धर्म में शामिल किया गया है। यू.पी. के पीलीभीत इलाके में रहने वाले अधिकतर सिखों ने अपना धर्म परिवर्तन करवा लिया है, जोकि एक बड़ा चिंता का विषय है। दावा किया जा रहा है कि पीलीभीत में धर्मांतरण जोरों पर है और एक, दो नहीं बल्कि 3000 लोंगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है। जानकारी अनुसार पीलीभीत के तहत आते इलाका बेल्हा, बमनपुरी, भागीरथ सिंघाड़ा और टाटरगंज गांव के करीब 3 हज़ार सिखों ने अपने धर्म बदल लिए हैं, जिनके घरों के बाहर क्रास के निशान मौजूद हैं। बता दें कि एक तरफ जहां पंजाब में धर्म परिवर्तन का सिलसिला लगातार जारी है, वही धर्मांतरण अब यूपी के पीलीभीत जिले में भी जोर पकड़ रहा है, जोकि एक बड़ा चिंता का विषय बनता जा रहा है।
बताया जा रहा है कि पूरनपुर में स्थानीय गुरुद्वारों ने बाकायदा पुलिस में ये शिकायत दर्ज कराई है कि उन गांव में जहां सिर्फ सिखों की आबादी है, वहां लालच के जरिए उनका धर्म बदलवाया जा रहा है। आइपीलीभीत के बेल्हा के नानक नगरी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने जिले के कलेक्टर और कप्तान को धर्मांतरण करने वाले लोगों की लिस्ट सौंपी है और शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि लालच तथा अंधविश्वास के जरिए पीलीभीत में बड़े पैमाने पर सिखों को धर्मांतरण कराया जा रहा है।
यहां के लोगों का कहना है कि कैसे उन लोगों का धर्म बदलवाया जा रहा है। कुछ सिखों का कहना है कि ईसाई मिशनरियां बाहर से पता नहीं लगने देती कि कोई कंवर्ट हुआ है, लेकिन वो 'उपचार सत्र' या पैसे के लालच के जरिए लोगों को कंवर्ट कर रही हैं। वहीं गुरुद्वारा कमेटियां ऐसे लोग, जो धर्म परिवर्तन कर चुके हैं की 'घर वापसी' भी करा रही है। अभी तक 160 लोगों को वापस से सिख धर्म में लाया गया है, जिन्हें प्रलोभन या किसी और तरीके से ईसाई बनाया गया था। इतना ही नहीं कमेटी ने ऐसे लोगों की सूचियां बनानी शुरू कर दी हैं, जिनके धर्म धर्म परिवर्तन करवाए गए हैं। सूची में सख्त संदेश दिया गया है कि अगर लोग घर वापसी नहीं करते हैं तो उनका हुक्का-पानी बंद कर दिया जाएगा।