Edited By Vatika,Updated: 18 Dec, 2024 04:35 PM
पंजाब के लोगों के लिए एक बेहद चिंताजनक खबर सामने आई है।
चंडीगढ़: पंजाब के लोगों के लिए एक बेहद चिंताजनक खबर सामने आई है। दरअसल, पंजाब में भूमिगत जल और भी नीचे जा रहा है। पंजाब में 163.76 प्रतिशत भूमिगत जल का उपयोग किया जा चुका है। पंजाब में हर साल 18.84 बिलियन क्यूबिक मीटर जल स्तर बारिश, नदियों और अन्य स्रोतों से रिचार्ज होता है लेकिन यह जल स्तर में सुधार के लिए पर्याप्त नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, भूजल के स्तर को सुधारने के लिए निर्धारित पैमाने के अनुसार हर साल केवल 16.98 बिलियन क्यूबिक मीटर भूजल स्तर का उपयोग किया जाना चाहिए, लेकिन राज्य में हर साल 27.8 बिलियन क्यूबिक मीटर भूजल स्तर निकाला जा रहा है। इसके चलते पंजाब के 18 से 19 जिलों में भूजल स्तर खतरे के निशान पर है।
पंजाब में कुएं सूखने की कगार पर!
जब पंजाब में कुल 283 कुओं का भूजल स्तर जांचा गया तो उनमें से 164 कुएं सूखने की कगार पर बताए गए। पंजाब सरकार इन स्थितियों को सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में हर किसान के खेत तक नहर का पानी पहुंचाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके साथ ही डार्क जोन में अवैध मोटर पंप और ट्यूबवेलों को बंद किया जा रहा है। इसके अलावा भूजल स्तर को रिचार्ज करने के लिए नहरी पानी का समुचित उपयोग किया जा रहा है।
राजस्थान और हरियाणा में भी संकट
पंजाब के बाद दूसरे नंबर पर राजस्थान है और हरियाणा भी जल संकट की ओर बढ़ रहा है। यह जानकारी जल शक्ति मंत्रालय ने राज्यसभा में दी है। हरियाणा में 135.74 प्रतिशत भुजल का उपयोग किया गया है।