Edited By Subhash Kapoor,Updated: 07 Jan, 2025 06:32 PM
सरकार द्वारा माइनिंग को लेकर रोजाना सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। लगता है कि यह मात्र औपचारिकता ही निभाई जा रही है।
होशियारपुर (राजेश जैन): सरकार द्वारा माइनिंग को लेकर रोजाना सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। लगता है कि यह मात्र औपचारिकता ही निभाई जा रही है। माइनिंग स्थलों पर जाकर देखा गया तो असलियत कुछ और ही निकली। आज दोपहर शहर के समीपवर्ती गांव बसी गुलाम हुसैन व शेरपुर बातीयां के बीचोबीच स्थित सरकारी खड्ड में चल रही माइनिंग का जब जायजा लिया तो वहां सरेआम धड़ल्ले से कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। नियम के मुताबिक किसी भी सरकारी खड्ड से डेढ़ मीटर तक ही रेत की माइनिंग की जा सकती है। जिसकी पैमाइश 5 फुट से भी कम बनती है। मौके पर इलाका निवासियों की मदद से जब फीता लेकर पैमाइश की गई तो यह खड्ड 13 फुट तक गहरी थी। कई स्थानों पर इससे भी ज्यादा गहराई तक माइनिंग की जा चुकी थी। दोनों ही गांवों के लोग इस माइनिंग से बेहद परेशान हैं। लोगों का कहना है कि अफसरशाही अथवा राजनीतिक संरक्षण के बिना ऐसे काम धड़ल्ले से हो ही नहीं सकते।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में जब माइनिंग विभाग के एस.डी.ओ. आशीष शर्मा से बात की गई तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि ऐसा हो नहीं सकता। जब उनका ध्यान इस बात की तरफ दिलाया गया कि मौके पर पैमाइश में माइनिंग 13 फुट तक मापी है, तो उन्होंने कहा कि मैं मौके पर जाकर इसे वैरिफाई करूंगा।