Edited By Subhash Kapoor,Updated: 25 Jun, 2025 09:00 PM

लोगों की सुरक्षा और शहर की सूरत को खूबसूरत बनाने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड समेत टेलीकॉम और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को शहर भर में लटकी, अनुपयोगी और क्षतिग्रस्त तारों को...
जालंधर : लोगों की सुरक्षा और शहर की सूरत को खूबसूरत बनाने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड समेत टेलीकॉम और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को शहर भर में लटकी, अनुपयोगी और क्षतिग्रस्त तारों को तुरंत हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत ओल्ड रेलवे रोड स्थित पवित्र चिंतपूर्णी मंदिर से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की जाए और इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे पूरे शहर में अपनाया जाए।
लोगों की समस्याओं और अवलोकन के आधार पर डा. अग्रवाल ने कहा कि मंदिर के सामने और आस-पास बड़ी संख्या में तार उलझे हुए हैं। उन्होंने कहा कि ढीले और लटके हुए तार विशेष कर बारिश और तूफान के दौरान खतरा पैदा करते है। डिप्टी कमिश्नर ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि इस तरह के लटकते तार खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत खतरनाक हो सकते हैं। डिप्टी कमिश्नर ने इस समस्या के समाधान के लिए पीएसपीसीएल, बीएसएनएल और इंटरनेट सुविधा प्रदान करने वाली कंपनियों को संयुक्त रूप से पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का न्योता दिया। उन्होंने टीमों को निर्देश दिए कि वे काम करने वाली और काम न करने वाली तारों की पहचान करके उन्हें चिन्हित करें और क्षतिग्रस्त तारों को तुरंत ठीक करें या हटा दें। उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे पूरे शहर में दोहराया जाना चाहिए।
डा.अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि इस अभियान का उद्देश्य शहर निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ शहर की सुंदर सूरत को बहाल करना है। उन्होंने आने वाले हफ्तों में शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के निरीक्षण करने के लिए जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता भी जताई। उन्होंने संबंधित लोगों से शहर को साफ रखने के प्रति अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी निभाने की भी अपील की।