Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 10:48 AM
शिअद-भाजपा गठबंधन ने शनिवार को पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल....
चंडीगढ़: शिअद-भाजपा गठबंधन ने शनिवार को पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल पर फर्जी कर्ज माफी योजना तैयार करने का आरोप लगाया जिसमें गरीब किसानों को कोई राहत नहीं दी गई है। गठबंधन के नेताओं ने उनसे स्पष्ट करने को कहा कि क्यों उन्होंने इसे लागू करने के लिए बजट में प्रावधान किए बिना वायदा करके किसानों के साथ ‘क्रूर मजाक’ किया। उन्होंने कहा कि कैप्टन साहिब को वित्त मंत्री मनप्रीत बादल से मंत्रालय लेकर खुद देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नवजोत सिद्धू के खिलाफ अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत की जाएगी। सिद्धू ने एक विधायक को गरीब दलित कहा है। यह विधायक और दलित समाज का अपमान है। उन्होंने कहा कि सिद्धू एक मैंटल मंत्री हैं। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यहां शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने मनप्रीत से पूछा कि वह स्पष्ट करें कि क्या कथित कर्ज माफी योजना के दायरे में सभी किसान आते हैं या यह सिर्फ फसल ऋण तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री को यह भी बताना चाहिए कि क्या योजना के तहत सिर्फ सहकारी कर्ज आते हैं या राष्ट्रीयकृत बैंकों और सहकारी बैंकों व कमीशंड एजैंटों से लिए गए कर्ज भी आते हैं।
सुखबीर ने कहा, ‘‘यह भावना है कि धोखाधड़ी की गई है। इसने छोटे किसानों को प्रभावित किया है जबकि फसल ऋण लेने वाले मझोले और अमीर किसानों को प्रोत्साहन दिया है।’’ उन्होंने कहा कि मनप्रीत को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या खेतिहर मजदूर भी इस कर्ज माफी योजना का हिस्सा हैं और क्यों तकरीबन 90,000 करोड़ रुपए के कुल कर्ज के लिए सिर्फ 1500 करोड़ रुपए का बजटीय आबंटन किया गया है। सुखबीर के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता सोम प्रकाश भी थे। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि 5 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली देने की मुख्यमंत्री की घोषणा को पूरा करने के लिए क्यों बजट में प्रावधान नहीं किया गया।उन्होंने कहा, ‘‘हमारे आकलन के अनुसार राज्य को इस वायदे को पूरा करने के लिए 2300 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। वित्त मंत्री को बताना चाहिए कि इस कमी में सुधार किया जाएगा या नहीं।’’