Edited By Updated: 06 Jan, 2017 10:25 AM
विधानसभा में 2 बार डिप्टी स्पीकर तथा एक बार पंजाब के शिक्षा मंत्री रह चुके प्रोफैसर दरबारी लाल के लिए ऐसा लग रहा है कि राजनीति के गलियारे में उन्हें कोई महत्वपूर्ण स्थान मिल पाना कुछ मुश्किल-सा है।
अमृतसर (महेन्द्र): विधानसभा में 2 बार डिप्टी स्पीकर तथा एक बार पंजाब के शिक्षा मंत्री रह चुके प्रोफैसर दरबारी लाल के लिए ऐसा लग रहा है कि राजनीति के गलियारे में उन्हें कोई महत्वपूर्ण स्थान मिल पाना कुछ मुश्किल-सा है। कांग्रेस द्वारा पिछले कई वर्षों से उन्हें नजरंदाज किए जाने के कारण उनका कांग्रेस पार्टी से मोह भंग भी हो चुका था। यही कारण है कि वह इस बार आम आदमी पार्टी के संपर्क में भी चल रहे थे। शहर में उनके नाम को लेकर चर्चाएं छिड़ी हुई थीं कि प्रोफैसर दरबारी लाल इस बार आम आदमी पार्टी के चुनाव निशान झाड़ू पर चुनाव लड़ सकते हैं। इस चर्चा को लेकर ‘पंजाब केसरी’ ने हाल ही में एक समाचार प्रकाशित किया था, जिसमें यह सवाल भी उठाया था कि ‘पहले कांग्रेस, भाजपा और फिर अकाली: इस बार प्रोफैसर दरबारी लाल झाड़ू थामेंगे या फिर रहेंगे खाली?’ वीरवार को जब हर तरफ स्थानीय हलका केन्द्र से आम आदमीं पार्टी द्वारा कैप्टन राजिन्द्र को टिकट अलाट कर उन्हें उम्मीदवार घोषित कर दिया है, तो ‘पंजाब केसरी’ द्वारा प्रकाशित किए समाचार पत्र में उठाया गया सवाल सच साबित हुआ क्योंकि प्रोफैसर दरबारी लाल होने जा रहे चुनावों में झाड़ू पकड़ते-पकड़ते इस बार भी खाली ही रह गए हैं।
एन.सी.पी. की टिकट पर 1997 में लड़ चुके हैं चुनाव कैप्टन राजिन्द्र
हलका केन्द्र से जब आप पार्टी की तरफ से घोषित किए गए राजिन्द्र कुमार नामक उम्मीदवार की चर्चा शुरू हुई, तो हर तरफ इस बात को लेकर चर्चा छिड़ गई कि आखिर राजिन्द्र कुमार उम्मीदवार है कौन? क्यों उनका नाम सामने आने से पहले इस हलके से प्रोफैसर दरबारी लाल के साथ-साथ अशोक तलवाड़, सुरेश शर्मा तथा संजीव लांबा के नामों की भी चर्चा चल रही थी लेकिन वीरवार को अचानक इस हलके से राजिन्द्र कुमार का नाम सामने आने पर इलाकावासी हैरत में पड़ गए क्योंकि उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर राजिन्द्र कुमार उम्मीदवार है कौन?
उनके बारे में कुछ आप नेताओं से संपर्क करने पर पता चला कि राजिन्द्र कुमार उम्मीदवार कोई और नहीं, बल्कि वह शख्स है, जिन्हें पुतलीघर इलाके में कैप्टन राजिन्द्र के नाम पर जाना जाता है, जो निगम चुनाव लडऩे के साथ-साथ वर्ष 1997 में एन.सी.पी. पार्टी (शरद पवार की पार्टी) के घड़ी चुनाव चिन्ह पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। उन्होंने उस चुनाव में अच्छी-खासी वोट भी हासिल की थीं।
प्रो. लाल पिछले कई दिनों से अपने समर्थकों से कर रहे थे संपर्क
हलका केन्द्र से प्रोफैसर दरबारी लाल पिछले कई दिनों से अपने समर्थकों के संपर्क में चल रहे थे और उनके साथ विचार-विमर्श कर रहे थे ताकि आप पार्टी की उम्मीदवारी हासिल की जा सके। प्रोफैसर लाल ने तो आप नेताओं को यहां तक कह रखा था कि वे हलका केन्द्र में सर्वे करवा सकते हैं ताकि उन्हें पता चल सके कि इस हलके से कौन-सा उम्मीदवार सशक्त हो सकता है, लेकिन प्रोफैसर दरबारी लाल को उस समय भारी निराशा का सामना करना पड़ा होगा, जब उन्हें यह पता चला होगा कि उनकी बजाए आप पार्टी ने कैप्टन राजिन्द्र को हलका केन्द्र से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।