Edited By Vatika,Updated: 18 Nov, 2024 06:38 PM
पराली को आग लगाने के कारण पैदा हुआ धुंआ और मौसम की तबदीली के कारण बनी स्मॉग
चंडीगढ़: पराली को आग लगाने के कारण पैदा हुआ धुंआ और मौसम की तबदीली के कारण बनी स्मॉग ने हालात ज्यादा खराब कर दिए है। विजिबिलिटी कम होने के कारण सड़क यातायात भी प्रभावित हो रहा है और हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को झेलनी पड़ रही है।
राज्य के कई जिलों का प्रदूषण स्तर खतरनकार स्तर पर पहुंचा हुआ है। स्कूलों में बच्चों की फिजिकल कक्षाएं , प्रार्थना सभा ये सब खुले मैदान में होता है, जो बच्चों की सेहत के लिए हानिकारक है। सुबह-सुबह हवा गुणवता (Air quality index) खराब होने के कारण स्कूली बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके मद्देनजर कई स्कूलों ने पिछले कुछ दिनों Activites बंद कर दी है जबकि कुछ स्कूलों में अभी भी रेगुलर प्रैक्टिस चल रही है। इस सबके कारण बच्चे बीमार हो रहे है, इस सबकों देखते हुए डॉक्टरों ने मास्क पहनने की सलाह दी है। साथ ही बच्चों को इस मौसम में कम बाहर निकालने की सलाह दी है।
गौरतलब है कि पंजाब में प्रदूषण के AQI स्तर में तेजी से बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। पंजाब के अलग अलग शहरों में AQI स्तर 24 घंटों में 130 से 300 तक देखा जा रहा है। जालंधर में ही AQI स्तर 130 से 267 के बीच पाया जा रहा है। इसी प्रकार अमृतसर तथा लुधियाना में भी यही हालात हैं।