Edited By Kamini,Updated: 11 Dec, 2023 05:45 PM
पंजाब में किसान एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी में है। आज चंडीगढ़ किसान भवन में उत्तर भारत के 18 किसान मजदूर संगठन और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेताओं के बीच एक मीटिंग हुई।
पंजाब डेस्क : पंजाब में किसान एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी में है। आज चंडीगढ़ किसान भवन में उत्तर भारत के 18 किसान मजदूर संगठन और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेताओं के बीच एक मीटिंग हुई। इस दौरान 2 बड़े प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल ने इस मीटिंग में कहा कि एक और आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार किसान अपनी पिछली लंबित मांगों को मनवाने के लिए केंद्र को एक संदेश भेज रहे हैं। किसानों द्वारा पत्र के माध्यम से अपनी मांगों को याद दिलाया गया है। इस दौरान किसानों ने कहा कि 2 जनवरी को माझा के अमृतसर में जंडियाला गुरु व 6 जनवरी को मालवा के बरनाला में लाखों लोग इकट्ठे होकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
किसानों की मांगे
एमएसपी (MSP)गारंटी कानून सभी फसलों के लिए बनाया जाए, सभी फसलों का रेट डॉ. स्वामीनाथन आयोग की हिदायतों पर C2+50% फार्मूले के अनुसार दिए जाएं। किसानों का सारा कर्जा माफ किया जाए। अजय मिश्रा को मंत्री मंडल से बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाए। अशीश मिश्रा की जमानत रद्द किया जाए। सभी आरोपियों पर बनती कार्रवाई की जाए और हुए समझते के अनुसार घायलों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। दिल्ली मोर्चे सहित देश भर के सभी आंदलनों दौरान पाए गए हर तरह के केस रद्द किए जाए। अंदलनों दौरान शहीद हुए किसानों मजदूरों के परिवारों को मुआवजा और नौकरियां दी जाएं और दिल्ली मोर्चे में शहीद स्मारक के लिए दिल्ली में जगह दी जाए। बिजली सैक्टर को निजी हाथों में देने वाले बिजली संशोधन बिल लागू न करने पर भी सहमति बनी थी, मगर इन सभी मुद्दों का हल नहीं किया गया।
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