Edited By Subhash Kapoor,Updated: 18 Aug, 2023 08:43 PM
वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि वित्तीय समावेशन पर राष्ट्रीय मिशन, जोकि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के नाम से जाना जाता है, को 28 अगस्त 2014 को शुरू किया गया था।
जैतो (रघुनंदन पराशर ): वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि वित्तीय समावेशन पर राष्ट्रीय मिशन, जोकि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के नाम से जाना जाता है, को 28 अगस्त 2014 को शुरू किया गया था और इसने लगभग 9 वर्ष पूरे कर लिए हैं। बैंकों द्वारा प्रस्तुत नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार 09 अगस्त 2023 तक जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है। इन खातों में से 56 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं और 67 प्रतिशत खाते ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं। इन खातों में जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है और लगभग 34 करोड़ रुपए कार्ड जारी किए गए हैं। पीएमजेडीवाई खातों में औसत बैलेंस 4,076 और 5.5 करोड़ से अधिक पीएमजेडीवाई खातों को डीबीटी का लाभ मिल रहा है।
पीएमजेडीवाई योजना देश के वित्तीय परिदृश्य को बदलने में सफल रही है और वयस्कों को बैंक खातों की सुविधा प्रदान की गई। पीएमजेडीवाई खाताधारकों को विभिन्न लाभ - जैसे कि न्यूनतम बैलेंस रखने की आवश्यकता के बिना बैंक खाता, 2 लाख रुपए के दुर्घटना बीमा वाला निःशुल्क रुपए डेबिट कार्ड और 10 हजार रुपए तक की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी प्रदान करता है।