...अब Chikungunya की चपेट में आने लगे लोग, जानें क्या है Symptoms

Edited By Vatika,Updated: 02 Aug, 2023 10:34 AM

now people who are under the grip of chikungunya

3-7 दिनों के बीच चिकनगुनिया की शुरुआत होती है।

अमृतसर (दलजीत शर्मा):  डेंगू के साथ-साथ अब चिकनगुनिया भी लोगों को अपनी लपेट में ले रहा है चिकनगुनिया के लक्षण वाले मरीज बड़ी तेजी से सामने आने लगे हैं जिले के अधिकतर प्राइवेट अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं।  उक्त बीमारी इतनी खतरनाक है कि मरीज के ठीक होने के उपरांत भी कई महीने उनके जोड़ों में भयंकर दर्द मौजूद रहता है स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 चिकनगुनिया के मामले रिपोर्ट किए गए हैं जबकि प्राइवेट अस्पतालों तथा डॉक्टर के पास ऐसे लक्षण वाले मरीजों का आंकड़ा सैकड़ों में है बीमारी को लेकर लोगों में भारी दहशत है तथा देहाती क्षेत्रों में वह नीम हकीम के सहारे उक्त लक्षण का इलाज करवा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार चिकनगुनिया एक वायरस है जो इंफेक्टेड मादा मच्छर (Aedes aegypti and Aedes albopictus) के काटने से होता है। चिकनगुनिया का प्रसार आमतौर पर घर के बाहर और दिन के समय में होता है। खासकर, तड़के सुबह या दोपहर बाद अंधेरा होने से पहले मच्छर बहुत ज़्यादा सक्रिय होते हैं और इसीलिए, इस समय चिकनगुनिया बहुत तेज़ी से फैलता है।  इस वायरल इंफेक्शन की पहचान तेज़ बुखार के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से होती है। इसके अलावा सिर दर्द, चक्कर, थकान और रैशेज़ जैसी समस्याएं भी इसके अन्य लक्षण हो सकते हैं। आमतौर पर मच्छर काटने के 3-7 दिनों के बीच चिकनगुनिया की शुरुआत होती है।

वैसे तो यह समस्या खुद-ब-खुद ठीक हो जाती है, लेकिन बुज़ुर्गों और किसी अन्य प्रकार की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए यह इंफेक्शन जानलेवा भी साबित हो सकता है। चिकनगुनिया का कोई इलाज या वैक्सीन नहीं है। हालांकि, इस समस्या का इलाज, इसके लक्षणों जैसे बुखार, दर्द और सूजन से आराम दिलाने के आधार पर होता है। उधर अमृतसर की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकनगुनिया के 10 केस रिपोर्ट किए गए हैं जबकि इस बीमारी के लक्षण वाले सैटरडे मरीज प्राइवेट अस्पतालों में उपचाराधीन हैं तथा प्राइवेट डॉक्टर से दवा ले रहे हैं यह बीमारी इतनी भयानक है कि इस बीमारी से ठीक होने के उपरांत भी मरीजों के जोड़ों में काफी महीनों तक दर्द रहता है बीमारी के घातक परिणाम को देखते हुए लोगों में भारी दहशत है स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है तथा सरकारी अस्पतालों में इसका निशुल्क इलाज किया जाता है।

चिकनगुनिया के लक्षण क्या है ?
चिकनगुनिया के लक्षण और संकेत 10-12 दिनों तक रहते हैं, जो धीरे-धीरे खुद ठीक होने लगते हैं। बुखार और जोड़ों में असहनीय दर्द के अलावा चिकनगुनिया में कुछ और भी समस्याएं महसूस हो सकती हैं। चिकनगुनिया के मुख्य लक्षण सिर दर्द थकान चक्कर आनाउल्टी (इंफेक्शन के 2 से 22 दिन के भीतर)अक्सर, चिकनगुनिया के लक्षणों को लोग मच्छरों की वजह से होने वाली अन्य बीमारियों जैसे मलेरिया और डेंगू के लक्षण मान लेते हैं। लेकिन, इनका प्रभाव शरीर पर अलग तरीके से होता है। जैसे, इसमें होने वाले बुखार की गम्भीरता अन्य बीमारियों से अलग होता है। इसी तरह डेंगू में कई बार मरीज़ को ब्लीडिंग जैसे लक्षण भी दिखायी पड़ते हैं।  जबकि, मलेरिया में मरीज़ों में तेज़ बुखार होता है जो, शाम में काफी बढ़ जाता है। जिसके बाद बार-बार और जल्दी-जल्दी ठंड और पसीना जैसी समस्याएं होती रहती हैं। तो वहीं दूसरी तरफ चिकनगुनिया में मरीजों को तेज बुखार के साथ तेज़ दर्द (खासकर, जोड़ों में असहनीय दर्द) महसूस होता है। इन तीनों ही स्थितियों में मरीज़ों को 102'oF डिग्री बुखार हो सकता

10 केस हुए हैं रिपोर्ट
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ हरजोत कौर ने बताया कि चिकनगुनिया के जिले में अभी तक 10 केस रिपोर्ट हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी का निशुल्क इलाज तथा टेस्ट किया जाता है। विभाग द्वारा उन मरीजों की ही इस बीमारी के संबंध में पुष्टि की जाती है, जिसका विशेष टेस्ट किया जाता है। विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी करके स्पष्ट किया गया है। प्राइवेट अस्पतालों को कि वह विभाग के नियमों की पालना करें अगर उनके पास कोई भी चिकनगुनिया का कोई केस आता है तो उसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें। उन्होंने लोगों से अपील की यदि कोई भी चिकनगुनिया का लक्षण सामने आता है तो वह आकर सरकारी अस्पताल में अपना निशुल्क टेस्ट करवाएं।

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