Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 11:03 AM
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समूचे विपक्षी दलों की जल्द बैठक बुलाने का निर्णय लिया है ताकि देश में पार्टी विपक्षी दलों को साथ लेकर
जालंधर (धवन): कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समूचे विपक्षी दलों की जल्द बैठक बुलाने का निर्णय लिया है ताकि देश में पार्टी विपक्षी दलों को साथ लेकर ‘नोटबंदी धोखाधड़ी’ नामक अभियान चला सके।
सोनिया द्वारा यह फैसला भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नोटबंदी को लेकर जारी किए गए आंकड़ों के बाद लिया गया है, जिनमें कहा गया था कि अधिकांश पुरानी करंसी बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गई। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के अभियान में पार्टी वामपंथी दलों को भी साथ लेकर चलेगी। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि सोनिया गांधी ने इस संबंध में विपक्षी नेताओं के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। केंद्र ने नोटबंदी लागू करते समय कहा था कि काले धन को बाहर लाने के लिए इसे लागू किया गया है। अब भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े बता रहे हैं कि अधिकांश पैसा तो वापस बैंकों में आ गया है तो फिर काला धन कहां गया?
कांग्रेसी नेताओं ने यह भी कहा कि विपक्षी दल केंद्र को इस मामले में घेरने की कोशिश करेंगे तथा इसे केंद्र की भारी सियासी व प्रशासनिक विफलता कहा जाएगा। कांग्रेस यह भी मान कर चल रही है कि देश के मध्यम वर्ग, व्यापारी व औद्योगिक वर्ग को अपने साथ जोडऩे का यह सुनहरी अवसर है। इस वर्ग की बदौलत भाजपा 2014 में केंद्र में सत्ता में आई थी। सी.पी.एम. नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि नोटबंदी के बाद कृषि व ग्रामीण बाजार ध्वस्त होकर रह गए। सरकार को इसके लिए उत्तरदायित्व तय करना चाहिए तथा इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करना चाहिए।