Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 Aug, 2023 07:13 PM

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान ऐडवोकेट हरजिन्द्र सिंह धामी ने भारत के केन्द्रीय जांच एजंसी (एन.आई.ए.) की और से ख़ालसा एंड के कार्यालय और संस्था से संबधित प्रबंधक के घर छापेमारी करने का नोटिस लेते हुए कहा है कि मानव भलाई के क्षेत्र में...
अमृतसर (दीपक): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान ऐडवोकेट हरजिन्द्र सिंह धामी ने केन्द्रीय जांच एजंसी (एन.आई.ए.) की ओर से ख़ालसा एंड के कार्यालय और संस्था से संबधित प्रबंधक के घर छापेमारी करने का नोटिस लेते हुए कहा है कि मानव भलाई के क्षेत्र में सिख संस्थानों की प्रभावशाली भूमिका को नजऱअंदाज करके ऐसा करना बेहद्द दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि सिखों का यह खास है कि वह गुरू साहिबान की शिक्षा और सिद्धांतों ’पर चलते हुए हमेशा ही जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनते हैं। दुनिया में कहीं भी मुश्किल आएं तो सिख आगे रहकर मदद करते हैं। ख़ालसा एंड संस्था भी ऐसे ही संस्थानों में से एक है जो बिनां भेदभाव के विश्वभर में मानवता की सेवा कर रही है।
ऐडवोकेट धामी ने कहा कि ऐसी मानवीय हितकारी संस्थानों के नेताओं को परेशान करना किसी भी तरह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसी जांच की ज़रूरत थी तो ख़ालसा एंड के जिम्मेदार प्रबंधकों को नोटिस भेज कर बुलाया जा सकता था । बिना नोटिस से कार्यालय और घरों का पता लगाकर भय का माहौल बनाना जायज नहीं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की जांच एजैंसियों को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि हर मुशिकल समय पर सिख संस्थाएं ही राहत कार्य सबसे आगे रहकर करती हैं। कोरोना महांमारी का भयानक दौर इसकी सबसे ताज़ा उदहारण है जब सिख संस्थानों के सेवादारों ने अपनी जान की प्रवाह किए बिनां मानवता की सेवा की थी।