Edited By Vatika,Updated: 10 May, 2019 11:07 AM
चुनाव प्रचार या सियासी गतिविधियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए फेसबुक लाइव का सहारा लेने वाले नेताओं व उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव के दौरान इससे डर लगने लगा है। इसकी वजह आए दिन सामने आ रहे विवाद हैं क्योंकि चुनावी समारोहों में पहुंचने वाले नेताओं और...
लुधियाना (हितेश): चुनाव प्रचार या सियासी गतिविधियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए फेसबुक लाइव का सहारा लेने वाले नेताओं व उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव के दौरान इससे डर लगने लगा है। इसकी वजह आए दिन सामने आ रहे विवाद हैं क्योंकि चुनावी समारोहों में पहुंचने वाले नेताओं और उम्मीदवारों को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
लोग कांग्रेसी नेताओं व उम्मीदवारों से कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा सरकार बनाने के लिए किए गए वायदे पूरे नहीं करने बारे सवाल कर रहे हैं, जबकि अकाली दल के नेताओं को गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के अलावा बरगाड़ी और बहबल कलां गोलीकांड को लेकर काली झंडियां दिखाई जा रही हैं।इस दौरान ज्यादातर लोग फेसबुक पर लाइव होने के अलावा वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे होते हैं और बाद में उसे जमकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता है, जिससे हो रही किरकिरी से बचने के लिए नेताओं व उम्मीदवारों ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान फेसबुक लाइव और वीडियो रिकार्डिंग से परहेज करना शुरू कर दिया है। यहां तक कि समारोहों के दौरान लोगों को भी ऐसा करने से रोका जा रहा है क्योंकि कई बार रूटीन में कही बात पर भी विवाद खड़ा हो जाता है।
सबसे ज्यादा मामले बठिंडा हलके के
लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं व उम्मीदवारों का विरोध होने के रूप में सामने आ रहे सबसे ’यादा मामले बङ्क्षठडा हलके के हैं जिसके दायरे में सभी पाॢटयों के नेताओं व उम्मीदवारों को लिया जा रहा है और यह नेता व उम्मीदवार अपने विरोध के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
मारपीट तक की नौबत
नेताओं व उम्मीदवारों का विरोध करने वाले लोगों के साथ मारपीट तक की नौबत आ रही है। यहां तक कि विरोध करने वाले लोगों की नेताओं व उम्मीदवारों के समर्थकों के साथ गाली-गलौच व हाथापाई होने तक की वीडियो वायरल हो रही है। इस हालात से निपटने के लिए पुलिस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इन नेताओं के विरोध की वायरल हो रही वीडियो
- हरसिमरत कौर बादल
- बिक्रम सिंह मजीठिया
- राजा वडिंग व उनकी पत्नी
- राजेंद्र कौर भट्ठल द्वारा युवक को थप्पड़ मारना
- सिमरजीत बैंस पर जमीन कब्जाने के आरोप
- मनप्रीत बादल की पत्नी
- कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु
- हलका दाखा में कांग्रेस उम्मीदवार के हक में नशा व पैसा बांटने की प्लानिंग
- सुखपाल खैहरा व उनकी पत्नी
- आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार बलजिंद्र कौर
- गुलजार सिंह रणीके
- चौधरी संतोख सिंह
प्लानिंग के साथ होता है विरोध
लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए पहुंच रहे नेताओं व उम्मीदवारों को सवाल या विरोध करने वाले लोगों द्वारा पहले पूरी प्लाङ्क्षनग की जाती है। इसके तहत पहले समारोह चालू होने या नेताओं व उम्मीदवारों के भाषण शुरू होने तक इंतजार किया जाता है। उस दौरान खड़े होकर यह लोग विरोध करने लगते हैं और फेसबुक लाइव व वीडियो रिकाॄडग भी ऑन रखा जाता है ताकि किसी तरह की कहा-सुनी को कैमरे में कैद किया जा सके।
नेताओं व उम्मीदवारों के लिए इधर कुआं-उधर खाई वाले हालात
लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध के चलते नेताओं व उम्मीदवारों के लिए इधर कुआं-उधर खाई वाले हालात पैदा हो गए हैं क्योंकि इस दौरान वह न तो विरोध करने वाले लोगों के सवालों के जवाब देने की हालत में होते हैं और न ही समारोह की स्पीच बीच में छोड़कर जा सकते हैं।