Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 10:20 AM
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कंट्रोलर राकेश भास्कर ने गांव फुल्लांवाल के निकट छापेमारी के दौरान टै्रक्टर-ट्रॉली में भरे गेहूं के गैर-कानूनी जखीरे सहित 3 आरोपियों को काबू करने का दावा किया है।
लुधियाना(खुराना): खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कंट्रोलर राकेश भास्कर ने गांव फुल्लांवाल के निकट छापेमारी के दौरान टै्रक्टर-ट्रॉली में भरे गेहूं के गैर-कानूनी जखीरे सहित 3 आरोपियों को काबू करने का दावा किया है। भास्कर के मुताबिक मौके पर पकड़े गए तीनों आरोपियों ने उन पर हमला करके भागने की कोशिश की लेकिन भास्कर ने उनका पीछा करके लोगों की सहायता से उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। उन्होंने तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना शहीद भगत सिंह नगर में गेहूं की कालाबाजारी संबंधी शिकायत सौंप दी।
थाना पुलिस के मुताबिक उनकी कस्टडी में सिर्फ एक ही आरोपी है। ऐसे में सवाल उठता है कि पुलिस को सौंपे गए अन्य 2 आरोपी कहां गए। इस सारे एपीसोड में सियासी दखलंदाजी के चलते अभी तक मामला दर्ज नहीं हुआ है।
डी.एफ.एस.सी. राकेश भास्कर ने बताया कि सुबह वह अपने एरिया में राऊंड पर निकले हुए थे। इसी दौरान गांव फुल्लांवाल के निकट पड़ते इलाके में 3 युवकों द्वारा वर्ष 2016-17 के नए सरकारी बारदाने में भरी गेहूं को टाटा-407 से ट्रॉली में भरा जा रहा था, जिस पर संदेह होने पर जब युवकों से पूछताछ की तो उन्होंने मौके से भागने की फिराक में उन पर हमला करने की कोशिश की। भास्कर के अनुसार उन्होंने भागते युवकों को पकड़ लिया और पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे पी.सी.आर. पुलिस जवानों की मदद से थाना पुलिस शहीद भगत सिंह नगर के हवाले कर दिया।
190 में से 100 बोरियों की पहले ही कर चुके थे सप्लाई
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के राकेश भास्कर के मुताबिक तीनों कथित आरोपी बरनाला से टैम्पो द्वारा गेहूं की 190 बोरियां लेकर यहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पहले ही रास्ते में कहीं 100 बोरी गेहूं किसी कैटल फीड फैक्टरी में सप्लाई कर दी है। बाकी करीब 88 बोरियां टैम्पों से ट्रॉली में लादकर किसी अन्य स्थान पर पहुंचाई जानी थीं। आरोपियों द्वारा जिस कैटल फैक्टरी में 100 बोरियां उतारी गई हैं, उस फैक्टरी मालिक को भी जांच में शामिल किया जाएगा। इससे पहले भास्कर ने मीडिया कर्मियों को दी जानकारी में मौके पर 190 बोरियां रिकवर करने की बात कही थी, जोकि लंबी चली जांच के बाद 88 के आंकड़े पर आकर सिमट गई।
80 बोरी गेहूं व 1 आरोपी ही पहुंचा है पुलिस स्टेशन : एस.एच.ओ.
वहीं दूसरी ओर कंट्रोलर भास्कर के दावे के बिल्कुल विपरीत थाना एस.बी.एस. नगर के एस.एच.ओ. मोहन लाल का कहना है कि उनकी कस्टडी में सिर्फ ट्रॉली का ड्राइवर व 80 बोरी गेहूं ही है। खाद्य एवं आपूॢत विभाग द्वारा पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने संबंधी सौंपे गए शिकायत पत्र के संबंध में भी मोहन लाल का कहना है कि उन्हें विभाग द्वारा किसी प्रकार का शिकायत पत्र नहीं दिया गया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक गेहूं की उक्त खेप तपा मंडी भटिंडा से सप्लाई की गई है, जबकि काबू किए गए ट्रॉली ड्राइवर से पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधिकारी व कंट्रोलर के बयानों में जमीन-आसमान का अंतर
पुलिस अधिकारी व खाद्य एवं आपूॢत विभाग के कंट्रोलर राकेश भास्कर द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी में जमीन-आसमान का अंतर दिखाई दे रहा है, क्योंकि जहां भास्कर द्वारा पकड़ी गई गेहूं की बोरियों की संख्या 88 बताई गई है, वहीं एस.एच.ओ. मोहन लाल के मुताबिक यह संख्या 80 है। वहीं कंट्रोलर का दावा है कि उन्होंने आरोपियों पर कार्रवाई करने संबंधी शिकायत पत्र पुलिस को सौंपा है व मौके पर पकड़े गए 3 आरोपियों को पुलिस के हवाले किया है, जबकि मोहन लाल का इस मामले में कहना है कि उन्हें विभाग से कोई शिकायत पत्र प्राप्त नहीं हुआ है और उनकी कस्टडी में मात्र एक ही आरोपी है, जिससे वह पूछताछ कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि क्या सच में पुलिस पर कोई सियासी दबाव है या फिर यह मात्र चर्चा का विषय बना हुआ है।