Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 02:49 PM
भाकियू लक्खोवाल ने स्वतंत्रता दिवस के बायकाट का ऐलान किया है। भाकियू का कहना है कि किसान आर्थिक गुलामी का शिकार है व उन्हें इससे आजादी की जरूरत है।
भटिंडा (परमिंद्र): भाकियू लक्खोवाल ने स्वतंत्रता दिवस के बायकाट का ऐलान किया है। भाकियू का कहना है कि किसान आर्थिक गुलामी का शिकार है व उन्हें इससे आजादी की जरूरत है।
भाकियू लक्खोवाल के प्रांतीय सकत्तर जनरल रामकरन सिंह रामा ने कहा कि कर्ज तथा आर्थिक तंगी के चलते किसान आए दिन खुदकुशियां कर रहे हैं व ऐसे में आजादी दिवस के कोई मायने नहीं रह जाते। उन्होंने मांग की कि विभिन्न जगहों पर आजादी समागमों में शामिल होने वाले मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्री खुदकुशियां करने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दें तथा उनके परिवारों के राहत का ऐलान करें।
उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक आजादी मिलने तक सरकारी प्रोग्रामों में शामिल न होने का फैसला लिया गया है। जिला महासचिव सरूप सिंह सिद्धू ने कर्ज वापस न कर सकने वाले किसानों की तस्वीरें सार्वजनिक करने के सरकार के फैसले की ङ्क्षनदा करते हुए कहा कि अगर सरकार किसानों को राहत नहीं दे सकती तो कम से कम उन्हें खुदकुशियों के लिए मजबूर न करे। साथ ही उन्होंने मांग की कि शूगर मिलों की ओर किसानों का 100 करोड़ रुपए का बकाया तुरंत जारी किया जाए, कपास पर सफेद मक्खी के हमले कारण हुए नुक्सान का 40 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।