Edited By Vatika,Updated: 29 Sep, 2022 02:19 PM

पी.जी.आई.की मानें तो ऐसा देश में पहली बार हुआ जब पेंक्रियाज ट्रांसप्लाटं होने के बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
चंडीगढ़(पाल): चार साल पहले पेंक्रियाज और किडनी ट्रांसप्लांट करवाने वाली उत्तराखंड की 32 वर्षीय महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। पी.जी.आई.की मानें तो ऐसा देश में पहली बार हुआ जब पेंक्रियाज ट्रांसप्लाटं होने के बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
पी.जी.आई. रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी के हैड प्रो.आशीष शर्मा के मुताबिक संस्थान ट्रांसप्लाट सर्जरी के बेहतर काम कर रहा है। देश में अभी तक 150 से कम पेंक्रियाज ट्रांसप्लाटं हुई, जोकि अकेले पी.जी.आई. में 38 केस हो चुके हैं। पी.जी.आई. के साथ-साथ देश का पहला मामला है, जो कि गर्व की बात है। यू.एस. में करीब 35 हजार ऐसे ट्रांसप्लांट हुए है, लेकिन इंडिया में कुछ साल पहले ही शुरू हुआ है। एंडोक्रिनोलॉजी के हैड प्रो.संजय बड़ाडा ने बताया कि महिला को हर दिन 70 यूनिट इंसुलिन की जरूरत होती थी।
इसके बावजूद इसे कंट्रोल करना मुश्किल था। 2016 में उसे वैंटीलेटर सपोर्ट के साथ अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत भी पड़ी। तब पता चला कि किडनी फेल हो गई है तो पूरे शरीर में सूजन आ गई। 2018 में हफ्ते में 2 बार डायलसिस किया जाता था, लेकिन 4 साल पहले महिला को पी.जी.आई. में ही ब्रेन डैड मरीज के ऑर्गन ट्रांसप्लांट किए गए थे। अब महिला सामान्य जिंदगी जी रही है और एक बच्ची की मां बन गई है।