Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 02:56 PM
पूर्व डिप्टी स्पीकर बीरदविंद सिंह द्वारा श्री अखंड पाठ साहिब को गोद लेने वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। अकाली विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा ने इसे निंदनीय करार दिया। उन्होंने कहा कि बीरदविन्दर सिंह जैसे अनुभवी व्यक्ति को ऐसी भाषा शोभा नहीं...
पटियालाः पूर्व डिप्टी स्पीकर बीरदविंद सिंह द्वारा श्री अखंड पाठ साहिब को गोद लेने वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। अकाली विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा ने इसे निंदनीय करार दिया। उन्होंने कहा कि बीरदविन्दर सिंह जैसे अनुभवी व्यक्ति को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती।
शिरोमणि अकाली दल के हलका सनौर से जिले के एकमात्र अकाली विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि पंजाब सरकार ने इस साल की शुरूआत किसानों के साथ धोखा करके की है। उन्होंने कहा कि कर्ज के मामले में सरकार पिछले 9 माह से लगातार झूठ बोलती आ रही है और झूठ भी ऐसे प्लेटफार्मों पर बोला गया, जिनकी अपनी एक मर्यादा होती है।
विधायक चंदूमाजरा ने कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी सबसे बड़ी मर्यादा है, उसके बाद झूठ विधानसभा में बोला गया, जिसकी अपनी बड़ी मर्यादा है, तीसरा सबसे बड़ा झूठ जनता की कचहरी में बोला गया। उन्होंने कहा कि बार-बार झूठ बोलकर पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किसानों को कर्ज मुक्त करने की बजाय सदा के लिए कर्जाई बना दिया।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जो लिस्टें लगाई गईं और जो सर्कुलर निकाले गए वे किसानों के साथ बेवफाई का सबसे बड़ा सबूत हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझ कर गलत लिस्टें लगाईं जिससे उसे और समय मिल जाए और वह इस मामले को आगे लटका सके।
विधायक चंदूमाजरा ने कहा कि सरकार की तरफ से बार-बार कर्ज माफी के मामले में झूठ बोलने के कारण आज पंजाब का किसान पूर्ण तौर पर कर्जाई हो चुका है। सरकार के कारनामों करके आज कोई भी बैंक किसानों को 5000 तक का कर्ज भी नहीं दे रहा, जिसके लिए पूर्ण तौर पर मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह और उनकी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पहले किसानों की कर्ज माफी एक वायदा था परन्तु अब यह एक जरूरत बन गया है क्योंकि यदि पंजाब की किसानी को बचाना है तो समूचा कर्ज माफ करना ही पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने और भी वायदे पूरे नहीं किए जैसे घर-घर नौकरी, नौजवानों को स्मार्टफोन आदि परन्तु यह एक ऐसा वायदा था, जिसके मामले में सरकार बार-बार बात करती रही कि किसानों ने सरकार के भरोसे कर्ज की किस्तें नहीं भरीं और आज उन्हें दोगुना-तिगुना ब्याज भुगतना पड़ रहा है। इस मौके पर शिरोमणि कमेटी मैंबर जरनैल सिंह करतारपुर, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा के राजनीतिक सचिव जगजीत सिंह कोहली, पूर्व पार्षद सुखविंदरपाल सिंह मिंटा, सुखबीर सिंह अबलोवाल, जाट महासभा के जिला प्रधान ईशर सिंह अबलोवाल, जसविंदरपाल सिंह चड्ढा व कुलदीप सिंह समशपुर आदि उपस्थित थे।