Edited By Vatika,Updated: 25 Aug, 2022 11:47 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और उनके द्वारा पूर्व कांग्रेस सरकार के मंत्रियों पर लगातार शिकंजा कसने की पूरी चर्चा है।
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और उनके द्वारा पूर्व कांग्रेस सरकार के मंत्रियों पर लगातार शिकंजा कसने की पूरी चर्चा है। सरकार ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की शुरूआत अपने ही स्वास्थ्य मंत्री डा. विजय सिंगला से की थी। सबसे पहले विजीलैंस ने डा. सिंगला के खिलाफ केस दर्ज किया था जो अब हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बाहर आ चुके हैं।
भगवंत मान सरकार ने भ्रष्टाचार सरकार को लेकर दूसरा निशाना पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. साधु सिंह धर्मसोत को बनाया था। डा. साधु सिंह को विजीलैंस ने केस दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया था। उसके बाद विजीलैंस ब्यूरो ने पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को गिरफ्तार किया। इसके अलावा भगवंत मान सरकार ने अपनी सरकार के कई अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार को लेकर शिकंजा कसा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान चूंकि सरकार के मुखी हैं इसलिए वह अपनी सरकार के मंत्रियों के कामकाज पर भी पूरी तरह से निगाह रख कर चल रहे हैं। अगर किसी ने भ्रष्टाचार को लेकर कोई समझौता किया तो उसका नंबर लगते देर नहीं लगने वाली इसलिए मौजूदा सरकार के मंत्री भी हर कदम फूंक-फूंक कर आगे बढ़ा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान कई बार सार्वजनिक रूप से ऐलान कर चुके हैं कि वह एक रुपए की रिश्वत लेने को भी गुनाह समझते हैं। सरकार में यह चर्चा अवश्य चल रही है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का स्वयं का दामन बिल्कुल साफ है इसलिए वह भ्रष्टाचार के मामले में कोई समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। 2 पूर्व मंत्री गिरफ्तार हो चुके हैं व आने वाले दिनों में कई अन्यों का नम्बर लगने वाला है। सरकार में यह भी चर्चा चल रही है कि भगवंत मान की सरकार आने वाले दिनों में पूर्व अकाली सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार के मामलों को भी खोल सकती है।