Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 04:01 PM
राज्य में कांग्रेस सरकार के सत्तासीन होने के बाद से फाजिल्का के जिला अस्पताल में दिन-प्रतिदिन डाक्टरों की संख्या कम हो
फाजिल्का (नागपाल, लीलाधर): राज्य में कांग्रेस सरकार के सत्तासीन होने के बाद से फाजिल्का के जिला अस्पताल में दिन-प्रतिदिन डाक्टरों की संख्या कम हो रही है। नई सरकार के गठन के बाद से विगत एक मास के अल्प समय में अस्पताल से करीब 16 डाक्टरों का स्थानांतरण अन्य स्थानों पर हो गया है। इस कारण बड़ी संख्या में नगर व क्षेत्र के विभिन्न गांवों से अस्पताल में उपचार करवाने के लिए आने वाले रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वर्तमान में सिविल अस्पताल फाजिल्का में एम.डी. मैडीसिन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, मनोरोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, चर्म रोग विशेषज्ञ व बड़ी संख्या में एमरजैंसी मैडीकल अधिकारियों के पद रिक्त हैं। मैडीकल स्पैशिलिस्टों के अभाव में लाखों रुपए की लागत से स्थापित डायलिसिस यूनिट कुछ मास चलने के बाद से बंद हो गया है। तीन दिन पूर्व नशा छुड़ाओ केन्द्र में तैनात मनोरोग विशेषज्ञ डा. अरुण बांसल का यहां से स्थानांतरण हो जाने के बाद से अस्पताल के परिसर में ही लाखों रुपए की लागत से स्थापित इस सैंटर का कार्य ठप्प होकर रह गया है। अस्पताल में प्रतिमास करीब 250 सीजेरियन व सामान्य डिलीवरियों के लिए कम से कम 5 महिला रोग विशेषज्ञों की आवश्यकता है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ के अभाव में अस्पताल में नेत्र रोगियों के आप्रेशन नहीं किए जाते। इसके साथ ही पैरा-मैडीकल स्टाफ के कई पद भी रिक्त पड़े हैं। संपर्क करने पर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में रोगियों की संख्या के अनुरूप रोगियों की प्रत्येक श्रेणी को सेवाएं देने के लिए बड़ी संख्या में विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता है, जिसके लिए उन्होंने उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। यहां से स्थानांतरित किए गए डाक्टरों के स्थान पर नए विशेषज्ञ व अन्य डाक्टरों की नियुक्ति कब होती है, यह किसी के लिए भी अनुमान का विषय है।