Edited By Kamini,Updated: 15 Sep, 2023 02:27 PM

विधानसभा की लोकल बॉडीज कमेटी द्वारा महानगर में विजिट के दौरान नगर निगम कमिश्नर को दिए गए निर्देश लागू होने में करीब एक महीने का समय लग गया। यह मामला हेल्थ अफसर विपल मल्होत्रा से जुड़ा हुआ है,
लुधियाना (हितेश) : विधानसभा की लोकल बॉडीज कमेटी द्वारा महानगर में विजिट के दौरान नगर निगम कमिश्नर को दिए गए निर्देश लागू होने में करीब एक महीने का समय लग गया। यह मामला हेल्थ अफसर विपल मल्होत्रा से जुड़ा हुआ है, जिसकी वर्किंग को लेकर चेयरमेन गुरप्रीत गोगी द्वारा काफी नाराजगी जताई गई थी। जिसमें विपल मल्होत्रा द्वारा कूड़े की लिफ्टिंग के लिए ई-रिक्शा की खरीद से लेकर उनको फील्ड में न भेजने को लेकर संतोषजनक जवाब न देने का मामला मुख्य रूप से शामिल है।
इसके मद्देनजर गोगी द्वारा विपल मल्होत्रा से हेल्थ ब्रांच का चार्ज वापिस लेने का आर्डर दिया गया, लेकिन काफी देर बीतने के बाद भी इस फैसले को लागू नहीं किया गया। जिसे लेकर वाल्मीकि सेवक संघ के सदस्यों द्वारा गोगी व कमिश्नर के सामने रोष जताया गया, जिनके द्वारा आश्वासन देने के बावजूद कमेटी के फैसले से करीब एक महीने बाद विपल मल्होत्रा से अमला ब्रांच का चार्ज वापस हुआ है।
सीवीओ द्वारा भी शुरू की गई है जांच
विक्की सहोता द्वारा मुद्दा उठाया जा रहा है कि नगर निगम में लाखों की सैलरी लेने वाले एमबीबीएस डाक्टर होने के बावजूद दशकों पुरानी रिवायत को तोडकर आयुर्वेदिक मेडिकल अफसर विपल मल्होत्रा को हेलथ ब्रांच का चार्ज दिया गया है। इसके अलावा विपल मल्होत्रा पर मुलाजिमों को पक्का करने से लेकर सैलरी रिलीज करने की प्रक्रिया में धांधली होने का आरोप लगाया जा रहा है। जिसे लेकर विधायकों को दी गई शिकायत सरकार के पास पहुंच गई है, जिस पर लोकल बॉडीज विभाग के डायरेक्टर द्वारा जारी ऑर्डर के आधार पर चीफ विजिलेंस अफसर द्वारा जांच शुरू कर दी गई है।
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